भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री सुकर्म पाल राणा ने किसानों को जागरूक और संगठित होने की अपील की, व  जैविक खेती की विस्तार से चर्चा की

भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री सुकर्म पाल राणा ने किसानों को जागरूक और संगठित होने की अपील की, व  जैविक खेती की विस्तार से चर्चा की

 

बाजपुर, भारतीय किसान संघ ने उधम सिंह नगर जिले के बाजपुर तहसील के इंदिरा कॉलोनी बाजपुर में 43 वा स्थापना दिवस मनाया कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार पूर्ण सिंह ने की और संचालन नगर संयोजक बृजेश कुमार और खंड संयोजक प्रमोद मौर्य ने किया,

इस अवसर पर उत्तराखंड के भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री सुकर्म पाल राणा ने कहां के भारतीय किसान संघ 4 मार्च 1979 राजस्थान की ऐतिहासिक नगर कोटा परम श्रद्धेय देव तुल्य दत्तोपंत ठेंगड़ी जीने 15 प्रदेशों के 500 किसानों की उपस्थिति में की थी,

उन्होंने भारतीय किसान संघ गैर राजनीतिक संगठन बताते हुए कहा कि जो व्यक्ति राजनीति से दूर है ,वही किसान संघ का पदाधिकारी होगा किसी राजनीतिक पार्टी के पदाधिकारी को किसान संघ का पदाधिकारी नहीं बनाया जाएगा ,जिस संगठन के व्यक्ति ने चुनाव लड़ने की मानसिकता बन गई ,उसको पहले किसान संघ से त्यागपत्र देना होगा ,फिर वह स्वतंत्र है कुछ भी करने के लिए, इस अवसर पर संगठन मंत्री श्री राणा ने किसानों को जागरूक और संगठित होने की अपील की, व  जैविक खेती की विस्तार से चर्चा की गई और भारतीय किसान संघ की स्थापना से ही लाभकारी मूल्य,  किसान का फसल में जितना डीजल डाई यूरिया खाद मजदूरी कीटनाशक सब का खर्चा जोड़कर उस पर 50% मूल्य घोषित हो जाए तो उसे लाभकारी मूल्य जाएगा और जब किसान को फसल का लाभकारी मूल्य मिलेगा जो कोई भी किसान आर्थिक तंगी से आत्महत्या नहीं करेगा और जब किसान आत्महत्या नहीं करेगा राष्ट्र जो कृषि प्रधान देश कहलाता है ,पूरे विश्व में सोने की चिड़िया बन जाएगा हर परिवार में देसी गाय पालने वाला ही गो आधारित प्राकृतिक खेती कर सकता है को शुद्ध भोजन मिलेगा शुद्ध दूध पशुओं को सुधारा के परिवार में कोई व्यक्ति बीमार भी नहीं होगा जो बीमार है उसका स्वास्थ्य ठीक होगा उन्होंने बताया कि 10 लीटर गोमूत्र ,10 किलो गोबर ,आधा किलो गुड़, आधा किलो बेसन ,एक मुट्ठी मिट्टी या यूरिया, रासायनिक खाद ना डाला गया हो 200 लीटर वाला एक बर्तन जिसमें 200 लीटर पानी डालकर यह सब कुछ में डाल दें पहले 3 दिन सुबह दोपहर शाम 5:00 5 मिनट के लिए लकड़ी से घड़ी की सुई की तरह इसको चलाना है, 3 दिन में किसान का खाद तैयार हो जाएगा जिसको जीवामृत का नाम दिया है जब हम खेत में पलेवा कर रहे हैं तो आप असल में पानी लगा रहे उसमें इसका तरल रूप में प्रयोग होगा ,

इस अवसर पर बलविंदर सिंह, महेंद्र सिंह, विनोद कश्यप, अमन सिंह, विक्रम सिंह ,चंद्रपाल सिंह ,अमर सिंह, नरेश कुमार वाशिंग ,अरविंद सिंह, बनवारी सिंह ,अमरपाल सिंह ,बंटी ,छोटेलाल ,विक्की ,सहित दो दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया