प्रशिक्षण सत्र एवं समापन समारोह में सुश्री गंगा नन्दिनी जी ने किया सहभाग

2020 कायसीड (KAICIID)फैलो प्रोग्राम लिस्बन, पुर्तगाल में आयोजित
प्रशिक्षण सत्र एवं समापन समारोह में सुश्री गंगा नन्दिनी जी ने किया सहभाग

ऋषिकेश, 27 फरवरी। 2020 कायसीड (KAICIID) फैलो प्रोग्राम लिस्बन, पुर्तगाल में आयोजित किया गया, जिसमें वैश्विक स्तर के विभिन्न धर्मो के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने सहभाग किया। इस प्रशिक्षण सत्र एवं समापन समारोह में परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश से सुश्री गंगा नन्दिनी जी ने सहभाग कर विभिन्न धर्मो के बीच सद्भाव, समरसता और शान्ति स्थापित करने हेेतु युवा पीढ़ी को प्रशिक्षित करने पर जोर दिया।
परंपरागत रूप से कायसीड फैलो बौद्ध, ईसाई, हिंदू, यहूदी, मुस्लिम आदि अन्य धर्मों के साथ-साथ दुनिया भर के विविध धार्मिक पृष्ठभूमि से चुने गए नेताओं, धर्मगुरूओं और शिक्षकों के साथ कार्य करता है। इस प्रशिक्षण में कायसीड विशेषज्ञों द्वारा संवाद सुविधा, अंतरसांस्कृतिक संचार और सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा देने हेतु प्रशिक्षित किया गया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से विशेषज्ञों द्वारा अपने छात्रों और समुदायों को अंतर्धार्मिक संवाद के बारे में शिक्षित करने का कौशल प्रदान किया गया ताकि वे कुशल संवादकर्ता, सूत्रधार और नेता बन सकें और अपने समुदायों के लिये एक सक्रिय शांति अधिवक्ता बन कर उभरें।
परंपरागत रूप से यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है, हालांकि 2020 में सभी ने कोरोना महामारी की चुनौतियों का सामना किया इसी कारण विगत दो वर्षो से इसका आयोजन नहीं हो पाया परन्तु इस वर्ष इस अंतर्धार्मिक संवाद परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन हेतु तीन समूहों, अंतर्राष्ट्रीय समूह, दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका समूहों के 61 कायसीड फेलो, 31 देशों, 5 महाद्वीपों और 6 धर्मों से आए लीडर्स लिस्बन, में प्रशिक्षण और स्नातक समारोह में सहभाग हेतु एक साथ शामिल हुए।
परमार्थ निकेतन से सुश्री गंगा नंदिनी, प्रोजेक्ट्स एंड कम्युनिकेशन डायरेक्टर, ग्लोबल इंटरफेथ वॉश एलायंस, प्रशिक्षण में एकमात्र हिंदू भारतीय अमेरिकी प्रतिनिधि थीं। कायसीड के वरिष्ठ सदस्यों ने परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इंटरफेथ डायलॉग और युवा जुड़ाव में उनके असाधारण नेतृत्व को देखने के बाद उन्हें 2019 में कार्यक्रम में सहभाग हेतु नामांकित किया गया था। स्वामी चिदानंद सरस्वती जी और साध्वी भगवती सरस्वती जी के आशीर्वाद से उन्होंने आवेदन किया और इस स्नातक समारोह कार्यक्रम के लिए उनका चयन किया गया।
2020 में सुश्री गंगा नन्दिनी जी को अन्तरधार्मिक डायलॉग की एक सशक्त लीडर के रूप में पहचान प्राप्त हुयी। इस समारोह में उन्होंने अपनी प्रेरक कहानी लगभग एक दर्जन अंतरराष्ट्रीय नेताओं के बीच साझा की। कायसीड में शामिल सभी अंतर्राष्ट्रीय नेता अपने समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ सामाजिक एकता, शान्तिपूर्ण और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण हेतु प्रयत्न कर रहे हैं ताकि जैसी दुनिया हम सभी देखना चाहते हैं, उसके लिये स्वयं को समर्पित कर सकारात्मक परिवर्तन किया जा सके।
सुश्री गंगा नन्दिनी जी ने प्रशिक्षण के दौरान अपने समूह का प्रतिनिधित्व किया और उन्हें चार अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों में से एक विशिष्ट प्रतिनिधि के रूप में चुना गया था।
गंगा नन्दिनी जी की एक अनूठी पहल ने अन्तर्राधार्मिक सद्भाव स्थापित करने हेतु एक अत्यंत उपयोगी, सरल और सारगर्भित पुस्तक लिखी जो धार्मिक समुदायों के युवाओं को विभिन्न गतिविधियों, खेलों और अभ्यासों के माध्यम से अंतर्धार्मिक संवाद और सुविधा कौशल विकसित करने हेतु प्रशिक्षित करेगी। इस कार्यक्रम का एक मुख्य घटक यह भी था कि सतत विकास लक्ष्यों के लिए विभिन्न समुदायों को एक साथ लाने के लिए उत्कृष्ट कार्रवाई एवं गतिविधियों के माध्यम से एक     क्रॉस-सांस्कृतिक संवाद विकसित करना भी है।