नन्द घर आनंद भयो पर झूम उठे लोग आचार्य ममगांई की कथा कृष्ण जन्म प्रसङ्ग में

नन्द घर आनंद भयो पर झूम उठे लोग आचार्य ममगांई की कथा कृष्ण जन्म प्रसङ्ग में

प्रदीप कुमार
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल। भागवत भाग्य बदलने वाला ग्रंथ जहां भागवत महापुराण का वाचन पारायण होता है,वहीं सारे सुख आ जाते हैं। आयोजकों द्वारा कृष्ण जन्म में सुन्दर झांकी टोकरी में बालकृष्ण के स्वरूप दर्शन पानें के लिए वासुदेव से पैर छूने के लिए लपक रहे थे।भक्तजन वहीं माखन ने मिश्री का प्रसाद वितरण किया। मंगलवार को पौड़ी के विकासखण्ड पोखड़ा के अन्तर्गत मटगल ग्राम के दूनधार में धस्माना बन्धुओं द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया,जिसमें लोग दूर से आकर कथा का आनंद ले रहे हैं। वहीं ज्योतिष्पीठ बद्रिकाश्रम व्यासपीठालंकृत चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष आचार्य पंडित शिवप्रसाद ममगांई ने कहा आनंद देने से चेतना का विस्तार होता है और जब चेतना का विस्तार होता है,तो आपका परमात्मा से आनंद लेने का आयतन बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि जितनी बड़ी आत्मा आपके पास होगी उतनी ही परमात्मा की वर्षा आपके ऊपर हो सकती है। छोटी आत्मा ओर छोटा सा पात्र है तो उतनी ही वर्षा होगी।कहा कि आत्मा बड़ी होगी तो आनन्द भी बड़ा होगा।जिस दिन किसी के पास ब्रह्मांड जैसी आत्मा होगी तो ब्रह्मांड का सारा आनंद उस पर बरस पड़ेगा।उन्होंने कहा कि जो प्रेमी अपने प्रियतम भगवान के चरणकमलों का अनन्य भाव से दूसरी भावनाओं व्रतियों व प्रवत्तियों को छोड़कर भजन करता है,उससे पहली बात तो यह है कि पाप कर्म होते ही नहीं परन्तु यदि कभी किसी से यह हो भी जाये तो परमपुरुष भगवान श्री हरि उनके ह्रदय में बैठकर वह सारा पाप नष्ट कर देते हैं और उसके ह्रदय को शुद्ध कर देते हैं।आचार्य पंडित शिव प्रसाद ममगांई ने कहा कि शुद्ध सत्व का नाम वसुदेव और देवमई पवित्र बुद्धि का नाम ही देवकी है इन दोनों का संयोग होने पर हि प्रब्रह्म का प्राकट्य होता हैं। इस अवसर पर सुरज धस्माना,मीरा देवी,नीरज धस्माना,रेंजर देवेंद्र काला,सुरेशानंद धस्माना,जगदीश कैप्टन,महेश्वर प्रसाद,भुवनेश्वर प्रसाद,राजेंद्र प्रसाद,हरीश पोखरियाल, सतीश पोखरियाल,दयाराम् गायत्री,देवी ग्राम प्रधान अरविन्द बंदूनी,अल्का देवी, साधना देवी,स्वाति,सतेश्वरी,नेहा नैथानी,अमिता नैथानी,मीनाक्षी बडोला,ऋतू जोशी,मंजू ध्यानी,निशा शर्मा,श्रुति काला,संगीता बंदूनी आदि भारी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।