मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तामली, (तल्लादेश) जनपद चंपावत में आयोजित दशहरा महोत्सव में प्रतिभाग किया

चंपावत-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने  तामली, (तल्लादेश) जनपद चंपावत में आयोजित दशहरा महोत्सव में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तामली, (तल्लादेश) क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं की।
मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं में तामली से पोलप- रूपालीगाड़ तक मोटर मार्ग के निर्माण हेतु विधायक निधि से ₹15 लाख दिए जाने, तामली क्षेत्र में पेयजल की समस्या के स्थाई समाधान हेतु लिफ्ट पेयजल योजना का निर्माण कार्य कराए जाने, दशहरा महोत्सव मेला स्थल तामली के सौंदर्यीकरण हेतु तैयार प्रस्ताव के अनुसार धनराशि जारी किए जाने जैसी अन्य घोषणाएं शामिल हैं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने रणकोची मंदिर में बाढ़ सुरक्षा के कार्य किए जाने, तामली में आपातसेवा 108 की एम्बुलेंस की सुविधा दी जाने, बकौड़ा सीमा अश्वमार्ग का सुधारीकरण किए जाने, सतकुला को जोड़ने वाले मोटर पुल के निर्माण हेतु उचित कार्यवाही की जाने की भी घोषणा की।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बाबा गोरखनाथ को नमन करते हुए सभी क्षेत्रवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि वह तामली क्षेत्र में आकर बेहद खुशी महसूस कर रहे हैं। क्षेत्र की जनता द्वारा दिए गए आशीष व आशीर्वाद से वे अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि चंपावत व पिथौरागढ़ का क्षेत्र नेपाल से लगा है। नेपाल से हमारे रोटी–बेटी के संबंध हैं। इस क्षेत्र में हमें भारत व नेपाल की संयुक्त संस्कृति की झलक एक मंच पर दिखती है। यह हमारे आपसी मित्रता, प्रेम एवं भाव का पर्याय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवन्त करने का कार्य करते हैं। यह नई पीढ़ी को भी हमारी संस्कृति से रूबरू कराने का कार्य करते हैं। हमारी आने वाली पीढ़ी को भी हमें यहां की संस्कृति से जोड़े रखना है। जिस हेतु हमारे लोक कलाकार व युवा पीढ़ी कार्य कर रही है। कलाकार अपनी प्रतिभाओं से संस्कृति को संजोकर अपना निरंतर योगदान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह राज्य स्थापना दिवस के दो दिन पूर्व प्रवासी उत्तराखण्डियों को उत्तराखण्ड बुलाने हेतु एक सम्मेलन का आयोजन करेंगे। सम्मेलन में अपील करेंगे कि “आओ अपने गाँव वापस आओ” तथा अपने उत्तराखण्ड के विकास में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पलायन को कम करने के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में रोजगार के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार ने विधानसभा में विधेयक लाकर राज्य की महिलाओं के हित के लिए 30% आरक्षण देने का काम किया है। साथ ही नकल विरोधी एवं धर्मांतरण जैसे कठोर कानून भी राज्य सरकार ने बनाए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में अपराध करने वाले बाहरी लोगों के लिए कोई जगह नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को राज्य हित में कठोर से कठोर निर्णय भी लेने पड़े तो लेंगे। उत्तराखण्ड को देश में श्रेष्ठ राज्य बनाने हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी से अपनी संस्कृति से जुड़े रहने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने आह्वान किया कि आप भी गांव से बाहर रह रहे लोगों से कहें कि अपनी बोली–भाषा, रीति-रिवाज को न छोड़ें, क्योंकि हमारी संस्कृति व रीति–रिवाज ही हमारा परिचय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश एवं प्रदेश को पर्यटन, धार्मिक एवं संस्कृति के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का कार्य हुआ है। भारत पुनः विश्व गुरु बनने हेतु अग्रसर है। हमारी सरकार अंतिम छोर में बैठे हर व्यक्ति तक भी अपनी योजनाएं पहुंचा रही है।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल सिंह मेहरा, महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, भाजपा प्रदेश कार्यकारी सदस्य सतीश चंद्र पांडे, शंकर पांडे, सुभाष बगौली, दशहरा महोत्सव समिति तामली के अध्यक्ष शैलेश जोशी, जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ रेखा यादव, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, एडीएम हेमन्त वर्मा, सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि गणमान्य नागरिक, लोक कलाकार व स्थानीय लोग उपस्थित रहे।