* कुकर्मों के पीछे मानवीय वासना नहीं बल्कि पीड़ितों के प्रति घृणा?
* कुकर्मियों को सजा दर्दनाक नहीं तो सजा कैसी?
देहरादून! हाल ही में देश में घटे जघन्य अपराध के विरोध में संजय ऑर्थोपीडिक, स्पाइन एवं मेटरनिटी सेंटर, जाखन, देहरादून द्वारा एक शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला गया एवं पीड़िता डॉक्टर को श्रद्धांजलि दी गई।
जिसमें अस्पताल प्रबंधक ऑर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन पद्म श्री डॉ. बी. के. एस. संजय ने कहा ऐसी हिंसात्मक घटनाओं को देखकर चिकित्सा जगत बहुत दुःखी है। डॉ. संजय ने इस जघन्य कांड की निंदा करते हुए कहा कि डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है। बलात्कार एक व्यक्ति के लिए ही नहीं बल्कि यह पूरे समाज के लिए जघन्य अपराध है मेरा तो मानना है ऐसी कुकर्मों के पीछे मानवीय वासना नहीं बल्कि पीड़िता के प्रति घृणा है। जिसके कई कारण है।
राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सुजाता संजय ने कहा कि ऐसा विभत्स और जघन्य क्रूरतापूर्वक बलात्कार कर हत्या रूह कापने वाली वारदात है। ऐसे कुकर्म करने वालों को कठोर से भी कठोर दंड मिलना चाहिए। जिसके लिए हम सबको एक जुट होकर उसको न्याय दिलाने के लिए लड़ना होगा ताकि भविष्य में ऐसा किसी ओर के साथ न हो। उन्होंने कहा कि मेरी सोच से तो हम दूसरे लोगों के व्यवहार और मानसिकता को आसानी से नहीं बदल सकते है। लेकिन हमें अपने व्यवहार और आस-पास के वातावरण को बदलने की आवश्यकता है। सभी कामकाजी महिलाओं से मेरा आग्रह है कि वह ऐसे कुकर्मी मानसिकता वाले व्यक्तियों से दूर रहे और अपने को सतर्क रखें। ऑर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ. गौरव संजय ने पीड़िता डॉक्टर युवा छात्रा के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की।