श्रीमद् भागवत कथा के प्रारंभ होने से पूर्व आज नगर में भक्तजनों द्वारा निकाली गई भव्य कलश यात्रा

रुड़की।श्रीमद् भागवत कथा के प्रारंभ होने से पूर्व आज रुड़की नगर में भव्य कलश यात्रा निकाली गई,जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तगणों ने भाग लिया।कलश यात्रा श्री लक्ष्मी नारायण घाट से प्रारंभ होकर कथा स्थल हरमिलाप धर्मशाला पर सम्पन्न हुई।कथा व्यास आचार्य द्वारिका प्रसाद शास्त्री जी ने कहा कि कलयुग में भागवत कथा मुक्ति दयानी और भक्तिदायिनी है।भागवत कथा जीवन में शक्ति प्रदान करती है।कलयुग में भगवान की भक्ति ही श्रेष्ठ है,जो व्यक्ति भक्ति करता है भगवान उससे प्रसन्न होते हैं।हमें निरंतर भक्ति करनी चाहिए।कलयुग में रोग बढ़ रहे हैं,इसका कारण है क्रोध,गलत खान-पान।हमें सतोगुणी भोजन करना चाहिए,शुद्ध रहना चाहिए और भक्ति में लीन हो जाना चाहिए।मुख्य अजमान आचार्य रमेश सेमवाल और आचार्य रजनीश शास्त्री ने कहा कि पूज्य माता जी स्वर्गीय कृष्णा देवी सेमवाल के निमित्त यह कथा की जा रही है।हमें निरंतर पितरों का आशीर्वाद लेना चाहिए।माता-पिता की सेवा करनी चाहिए।माता-पिता की सेवा करने से ही भगवान प्रसन्न होते हैं,इसलिए हमें निरंतर पितरों की सेवा करनी चाहिए।पितरों की पूजा करनी चाहिए और माता-पिता की जीते जी सेवा करनी चाहिए।कलश यात्रा में एडवोकेट नवीन कुमार जैन,सौरभ भूषण शर्मा,नीलम चौधरी,सुलक्षणा सेमवाल,कामेश्वरी सेमवाल, अदिति सेमवाल,मनोरमा भट्ट,हिरदेश्वरी नौटियाल,राधा भटनागर,राधा भंडारी,नीलम चौधरी,चित्रा गोयल,नरेश शास्त्री,राजीव शास्त्री,संजीव शास्त्री,रोहित शास्त्री,सचिन शास्त्री,नवीन जैन,पूनम त्यागी,वासुदेव सेमवाल,अभिषेक सेमवाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।