प्रदीप कुमार
ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। कृषि विज्ञान केन्द्र जाखधार गुप्तकाशी के तत्वावधान में मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत पाली सरूणा में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जन प्रतिनिधियों,विभिन्न स्वयं सहायता से जुड़ी महिलाओं व काश्तकारों ने बढ़-चढ़ कर भागीदारी की। कार्यशाला में ग्रामीणों को प्राकृतिक खेती पर अनेक जानकारियां दी गयी। वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि कार्यशाला में कृषि विज्ञान केन्द्र जाखधार के कृषि विशेषज्ञ डॉ.संजय सचान ने प्राकृतिक खेती,बीजामृत,प्राकृतिक कीटरोधक,अग्नि-अस्त्र,ब्रह्मास्त्र,दशपर्णी अर्क सहित अनेक जानकारियां काश्तकारों को देते हुए कहा कि गाय आधारित खेती अपनाने से काश्तकारों की फसलों के उपजाऊ मे निरन्तर वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि गाय आधारित खेती अपनाने के लिए सभी संसाधन सभी के घरों में मौजूद है। उन्होंने कहा कि भारत में हरित क्रांति के नाम पर अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों,हानिकारकों कीटनाशकों हाइब्रिड बीजों एवं अधिकाधिक भूजल उपयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति,उत्पादन भूजल स्तर और मानव स्वास्थ्य में निरन्तर गिरावट आई है इसलिए यूरिया खादों का उपयोग स्वास्थ्य व फसलों के लिए हानिकारक माना गया है इसलिए यदि मनुष्य स्वास्थ्य जीवन व बेहतरीन फसलों के उत्पादन के लिए प्राकृतिक खेती अपनानी होगी। प्रधान पाली सरूणा प्रेमलता पन्त ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र जाखधार के विशेषज्ञों द्वारा विगत पांच वर्षों से फसलों के अनुकूल विशेष जानकारियां दी जा रही है तथा विशेषज्ञों द्वारा दी गयी विधि अपनाने से काश्तकारों की फसलों के उत्पादन में निरन्तर वृद्धि हो रही है। कार्यशाला में विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ.संगीता ने काश्तकारों को पशुपालन की अनेक जानकारियां दी। कार्यशाला में विनीता देवी चौहान द्वारा महिलाओं व काश्तकारों को योग से सम्बन्धित अनेक जानकारियां दी गयी। इस मौके पर उप प्रधान अंजना जिरवाण,ग्राम सभा अध्यक्ष सरिता रावत,पुष्कर सिंह रावत ऋतिक पन्त,दीपा देवी,ममता देवी,विजया देवी,मीना देवी,राजेश्वरी देवी,अनीता देवी,पारेश्वरी देवी,पार्वती देवी,सुशीला देवी,कल्पेश्वरी देवी,शान्ति देवी,विजय देवी,देवेश्वरी देवी,उमेश्वरी देवी,चैता देवी,बसन्ती देवी,घुघरा देवी,सरोजनी देवी,आरती देवी,गीता देवी,शिवम पन्त,धन सिंह नेगी,आशीष राणा आदि लोग मौजूद रहे।