राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड के छात्रों ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में लहराया परचम

 

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। शिक्षकों की प्रेरणा,मार्गदर्शन और अपने कठिन परिश्रम के बलबूते पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड(एनआईटीयूके) के छात्रों ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा 2023 में लहराया परचम।
एनआईटी यूके से इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने वाली छात्रा ऐश्वर्यम प्रजापति ने इस साल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए अखिल भारतीय स्तर पर 10 वीं रैंक हासिल किया है। इसके अलावा चार अन्य छात्रों विपिन दुबे (बी.टेक,सिविल इंजीनियरिंग, रैंक-238) देव व्रत जोशी (बी.टेक,सिविल इंजीनियरिंग,रैंक -334 ),आदित्य दोहर,(बी.टेक,मैकेनिकल इंजीनियरिंग,रैंक 603) और आयुष जायसवाल (बी.टेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग रैंक-707 ) हासिल करके अपना और संस्थान का नाम रोशन किया है।
एनआईटी के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने सफल छात्रों से बातचीत की और उन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी। प्रोफेसर अवस्थी ने कहा पूरे एनआईटी परिवार की तरफ से सभी चयनित छात्रों और उनके परिजनों को बहुत बहुत बधाइयां। मैं सभी सफल छात्रों के उज्जवल और गौरवशाली भविष्य की कामना करता हूँ। उन्होंने आगे कहा प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में चयन एक बड़ी कामयाबी है। चयनित उम्मीदवारों की सार्वजनिक सेवा में आशाजनक करियर की शुरुआत के साथ देश के प्रति उनकी जिम्मेदारियां बढ़ गई है। मुझे विश्वास है की सभी चयनित छात्र समस्त चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होंगे और भारत को आत्म-निर्भर और विकसित देश बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
प्रोफेसर अवस्थी ने आगे कहा संस्थान छात्रों के सर्वागीण विकास के लिए हर क्षेत्र में उनको पोषित करता है। हमारे पुरातन छात्रों का साल दर साल लगातार श्रेष्ठ प्रदर्शन हमारे संस्थान के लिए बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है। उन्होंने कहा की पहले भी संस्थान के छात्रों का सिविल सेवा में चयन हुआ है परन्तु इस बार के घोषित परिणाम में बड़ी कामयाबी मिली है। प्रोफेसर अवस्थी ने आशा व्यक्त किया कि इन छात्रों सफलता की संस्थान के अन्य छात्रों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
ध्यान देने वाली बात यह है कि उक्त पांच उम्मीदवारों में से तीन, विपिन दुबे,देव व्रत जोशी और आदित्य दोहर,ने अपने प्रदर्शन में सुधर करते हुए लगातार दूसरी बार सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पायी है। इस शानदार उपलब्धि से उत्साहित सभी छात्रों ने अपनी सफलता का सारा श्रेय कड़ी मेहनत,एनआईटी के शिक्षकों और परिजनों को दिया। चयनित छात्रों ने कहा कि “एनआईटी उत्तराखंड में शिक्षा का स्तर देश के अन्य किसी भी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान के समतुल्य है। यहाँ अध्ययन के दौरान जो भी ज्ञान और कौशल प्राप्त हुआ,उससे यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने में काफी मदद मिली। उन्होंने कहा कि एनआईटी के शिक्षकों के व्यक्तिगत मार्गदर्शन और सहायता ने उन्हें अकादमिक रूप से सफल होने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में एक विशिष्ट भूमिका निभाई है।
संस्थान के कुलसचिव डॉ.हरि मौल आजाद ने छात्रों के चयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा की इन छात्रों ने न केवल एनआईटी उत्तराखंड का नाम रोशन किया अपितु उनकी उपलब्धि ने संस्थान के शिक्षकों को भी गौरवान्वित होने का अवसर दिया है। इस मौके पर संस्थान के एलुमनी अनुभाग के समन्वयक डॉ महीराज सिंह रावत,इलेक्ट्रिकल,सिविल एवं मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्षों और संस्थान के समस्त संकाय सदस्यों ने भी सभी चयनित छात्रों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।