ऋषिकेश, 17 अप्रैल। आज चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के पावन अवसर पर परमार्थ निकेतन में धूमधाम से मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्री राम का अवतरण दिवस मनाया। इस दिव्य अवसर पर स्वामी जी ने माँ गंगा के पावन तट, परमार्थ निकेतन से सभी को रामनवमी की शुभकामनायें देते हुये कहा कि इस बार कि रामनवमी हम सभी के लिए बेहद खास है क्योंकि सदियों के इंतजार के बाद भगवान श्रीराम अपने ही धाम श्री राम मंदिर में विराजमान हैं।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि प्रभु श्री राम भारत के प्राणतत्व है, सनातन संस्कृति के केंद्र है और हमारे आराध्य है। प्रभु श्रीराम का जीवन और उनके आदर्श हमारे जीवन का पाथेय बने।
स्वामी जी ने कहा कि श्री रामलला अब टाट में नहीं ठाठ में हैं। 500 वर्षों की तपस्या, महापुरूषों का बलिदान, कार सेवकों से लेकर कार्यकर्ताओं तक, जो सक्रियता निभायी हैं, धैर्य दिखाया है और जो भक्ति की शक्ति का दर्शन कराया वह अद्भुत है, अलौकिक है और अवर्णनीय है। अयोध्या वही है परन्तु सब कुछ बदल गया। देश में जब नेतृत्व बदलता है तो नियति भी बदल जाती है। नीति व नियत जब सही होती हैं तो सब कुछ बदल जाता है और आज वही हो रहा है इसलिये रामनवमी का पर्व बहुत खास है, बहुत विशेष है और इसका सारा श्रेय देश की जनता के साथ-साथ भारत के यशस्वी, तपस्वी, ऊर्जावान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जाता है।
स्वामी जी ने कहा कि राम मन्दिर हम सभी के लिये आस्था के साथ शांति और सद्भाव का भी प्रतीक हैं, यह मील का पत्थर है जिसने 500 वर्षों की हमारी खोज और हमारे इंतजार को समाप्त कर रामराज्य की स्थापना का एक सुखद एहसास कराया है। इस वर्ष की राम नवमी वर्षों से चले आ रहे विवाद के अंत और भारत के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।
वर्ष 2024 की रामनवमी सामाजिक एकजुटता का संदेश लेकर आयी हैं जो पूरे राष्ट्र को जोड़ने वाला सूत्र भी है और हमारे लिये राम राज्य के संकल्प को लेकर आयी हैं। राम नवमी के दिव्य अवसर पर प्रभु श्री राम के दिव्य आदर्शों और मर्यादाओं का अवतरण सभी के जीवन में हो। प्रभु श्री राम के आदर्श, सत्य, धार्मिकता और सदाचार का संचार सभी ओर हो। उनकी बहादुरी, साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण हमारे जीवन का भी पाथेय बने। रामनवमी के पुण्य अवसर पर आपके घर में सुख समृद्धि का वास हो, प्रभु श्री राम सभी पर अपना आशीर्वाद बनाये रखें। रामनवमी सभी के जीवन में सुख-समृद्धि लेकर आयंे। हमारे राष्ट्र में सम्पन्नता, समृद्धि और शान्ति सदैव बनी रहे। जय श्री राम।