प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के टीचिंग अस्पताल बेस में अब डायलिसिस कराने वाले मरीजों को छह घंटे के बजाय पूरे 12 घंटे की डायलिसिस सुविधा चालू कर दी गई है। पहले डायलिसिस की छह घंटे की एक ही शिफ्ट हुआ करती थी, किंतु अब अस्पताल प्रशासन ने दूर-दराज क्षेत्र के मरीजों की सुविधा को देखते हुए एवं स्थाई नर्सिंग स्टॉफ आने पर डायलिसिस की सुविधा दो शिफ्टों में शुरु कर दी है। दो शिफ्ट शुरु होने से मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए सुविधा मिल रही है। जिसके लिए मरीजों ने बेस चिकित्सालय प्रशासन का आभार प्रकट किया है।
बेस चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजेय विक्रम सिंह ने बताया कि नियमित नर्सिंग स्टॉफ नियुक्ति के बाद और मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.सी.एम.एस.रावत के निर्देशन पर डायलिसिस कराने वाले मरीजो की दो शिफ्ट शुरु करा दी गई है। कहा कि पहले डायलिसिस की सुविधा बेस अस्पताल में आठ बजे सुबह से दो बजे तक होती थी, किंतु अब दो बजे से आठ बजे सांय तक भी डायलिसिस की दूसरी शिफ्ट शुरु कर दी गई है। इससे पौड़ी,रूद्रप्रयाग,टिहरी,चमोली क्षेत्र के विभिन्न गांवों व शहरों से आने वाले मरीजों को सुविधा मिल रही है। मरीजों के तीमारदारों ने अस्पताल प्रशासन की इस पहल का स्वागत करते हुए आभार प्रकट किया है। कहा कि पहले एक ही शिफ्ट होने से नंबर नहीं आ पाता था, किंतु अब दो शिफ्ट होने से डायलिसिस के लिए इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। डायलिसिस यूनिट मेडिसिन विभाग के एचओडी एवं अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ.के.एस.बुटोला के निर्देशन में संचालित हो रही है। जिसमें पिछले माह से अभी तक 69 मरीज विभिन्न क्षेत्रों से डायलिसिस के लिए पहुंचे है।
चिकित्सालय में ईलाज को आने वाले हर एक मरीज को बेहतर से बेहतर सुविधा मिले इसके लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है। डायलिसिस मरीजो की सुविधा हेतु दो शिफ्ट में शुरु कराने का मकसद दूरस्थ क्षेत्र के डायलिसिस मरीजो को डायलिसिस की सुविधा घर व गांव के नजदीक दिलाना ही प्राथमिकता है। ताकि मरीजों को कम से कम दिक्कत हो। बेस अस्पताल श्रीनगर में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा नि:शुल्क रूप में प्रदान किये जाने का सतत प्रयास जारी है। मरीज सेवा प्रभु सेवा का भी एक रूप है। डॉ. सीएमएस रावत प्राचार्य मेडिकल कॉलेज श्रीनगर।