प्रदीप कुमार
चमोली/श्रीनगर गढ़वाल। हिमवन्त कवि चन्द्र कुंवर बत्वाॅल राजकीय महाविद्यालय नागनाथ पोखरी चमोली में देवभूमि उद्यमिता योजना उद्यमिता विकास का 12 दिवसीय कार्यशाला का द्वीप प्रज्वलन से शुभारम्भ किया गया। देवभूमि उद्यमी केन्द्र समन्वयक एवं वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ.अभय कुमार श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं को देवभूमि उद्यमी कार्यक्रम की विस्तृत रूप रेखा एवं कार्यशाला के महत्व को समझाया तथा महाविद्यालय के अतिरिक्त अन्य इच्छुक युवा भी इस कार्यशाला में प्रतिभाग की सूचना छात्रों को दी।
कार्यक्रम में मुख्य अथिति एवं मुख्य वक्ता मुकुल वेदी ने देवभूमि उद्यमिता योजना से छात्रों को स्वरोजगार हेतु इसकी उपयोगिता बतायी तथा 3 एच.सूत्र से छात्रों को उद्यमिता का महत्व बताया उन्होने कहा पहला एच.हैन्ड कार्यशैली दूसरा एच.हैड कार्यशैली तथा तीसरा एच.हार्ड कार्यशैली अर्थात जो व्यक्ति 3 एच.कार्यशैली से कार्य करेगा वही उद्यमिता के क्षेत्र की चुनौतियों में सफल हो सकता है।
कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. पंकज पंत ने बताया कि उद्यमिता विकास कार्यक्रम के लिए महाविद्यालय को चुना जाना छात्र एवं क्षेत्र के लिए लाभकारी होगा। स्थानीय संसाधनों के आधार पर सूक्ष्म उद्यमिता की क्षेत्र में पर्याप्त संभावनाएं हैं।
उन्होने छात्र-छात्राओं को कार्यशाला में नियमित प्रतिभाग करने के निर्देश दिये तथा शिक्षकों को उद्यमिता विकास कार्यशाला के दिशानिर्देश में शोध प्रस्ताव तैयार करने हेतु सुझाव दिये। कार्यशाला आई.पी.आर. समन्वयक विभागाध्यक्ष जन्तु विज्ञान डॉ.कंचन सहगल ने बताया कि कार्यशाला में 65 से अधिक छात्र-छात्राओं ने नामांकन किया जिसमें स्क्रीनिंग के पश्चात् 45 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ.कंचन सहगल द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में डॉ.अंशू सिंह,डॉ.रेनू सनवाल,डॉ.अनिल कुमार,डॉ.चन्द्रसुत हरिओम, डॉ.आरती रावत,डॉ.वर्षा सिंह, डॉ.अंजलि रावत,डॉ.सुनिता मेहता,विक्रम कण्डारी,विजय कुमार,नवनीत सती,दीपक सिंह रावत,प्रदीप सिंह,प्रबल सिंह,सतीश प्रसाद एवं प्रियांजलि पंत आदि उपस्थित रहे।