राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड के सांस्कृतिक उत्सव समापन समारोह का कार्यक्रम सोमवार श्रीनगर परिषद स्थित सभागार में संपन्न हुआ

प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल।उत्तराखंड के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), उत्तराखंड के तीन दिवसीय वार्षिक तकनीकी-सांस्कृतिक उत्सव ‘प्रौद्योगिकी-2024’ के समापन समारोह का कार्यक्रम सोमवार 11 मार्च को श्रीनगर परिसर स्थित सभागार में संपन्न हुआ। इस भव्य कार्यक्रम में देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों की भागीदारी देखी गयी।
इस अवसर पर, निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी ने तीन दिवसीय कार्यक्रम को इतने अच्छे तरीके और सफलता पूर्वक से आयोजित करने में आयजकों को उनके सराहनीय काम के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा की ‘प्रौद्योगिकी-2024’ पूरी तरह से एनआईटी के छात्रों का, छात्रों के लिए और छात्रों द्वारा समन्वित और आयोजित कार्यक्रम है।
प्रो.अवस्थी ने बताया कि मानव मस्तिष्क विचारों का कारखाना है और विचार समय-समय पर आते-जाते रहते हैं। जब भी आपके पास ज़बरदस्त विचार हों तो उसे अमर बनाने, यानि उस विचार को वास्तविकता में बदलने की कोशिश करें। इसके लिए उन्होंने सुझाव दिया कि सभी व्यक्तियों को एक विचार पुस्तिका रखनी चाहिए और जब भी कोई नया विचार मन में आए तो उसी समय पर उसे नोट कर लें इससे कालांतर में विचार के विस्मृत हो जाने का डर नहीं रहेगा।
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के तकनीकी आयोजन भविष्य के तकनीकी लीडर्स को परिभाषित कर रही हैं क्योंकि इसमें बातचीत और विचार-विमर्श के दौरान बहुत सारे नवीन विचार उत्पन्न होते हैं। साथ ही ऐसे प्लेटफ़ॉर्म छात्रों को यह देखने का अवसर देते हैं कि क्या विचार व्यावहारिक है और इसे स्टार्टअप में परिवर्तित किया जा सकता है या नहीं।
प्रोफेसर अवस्थी ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का भारत की स्टार्ट अप अर्थव्यवस्था प्रणाली पर विशेष जोर है, और इसे बढ़ावा देने लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं की घोषणा की गयी है। प्रौद्योगिकी 2024 जैसे कार्यक्रमों में भाग लेने वाले सभी छात्र भारत सरकार या उराज्य सरकार द्वारा संचालित उन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश कर सकते है जो भारत में स्टार्ट अप अर्थव्यवस्था प्रणाली को बढ़ावा देने का काम कर रही है।
सम्बोधन के अंत में प्रोफेसर अवस्थी ने प्रायोजकों नमस्ते श्रीनगर, 9 हिल्स, रोल मेकर, चाहत रिसोर्ट, रैनबैक्सी लैब, पिज़्ज़ास्टर, श्री राम ज्वेलर्स का उनके उत्साहजनक समर्थन के लिए धन्यवाद किया और अपेक्षा की कि आगे भी वे संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में अपना बहुमूल्य समर्थन देते रहेंगे।
‘प्रौद्योगिकी-2024’ में कार्यशालाओं, सेमिनारों और व्यावहारिक गतिविधियों, प्रतियोगिताओं की श्रृंखला पेश की गयी जिसने छात्रों को पारम्परिक क्लासरूम लर्निंग से इतर व्यावहारिक और अनुभवात्मक सीखने का माहौल प्रदान किया। इन तीन दिनों के दौरान इनोवेट 360, विद्यालयी छात्रों के लिए युवा वैज्ञानिक नवाचार, टेस्लाक्यूलेशन, ब्रिज डिजाइनिंग, कैडथॉन, मैटलैब रन, ड्रोन रेस (फ्लैगशिप इवेंट), रोबो वॉर, हैकथॉन, टेक्नोक्विज़, ई-स्पोर्ट्स (ऑनलाइन मोड) और ट्रेजर हंट जैसे 12 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें ड्रोन रेस और रोबो वॉर प्रतियोगिताएं आकर्षण का केंद्र रही। युवा वैज्ञानिक नवाचार प्रतियोगिता में बोर्ड परीक्षाओं के चलते विद्यालयी छात्रों ने भाग नहीं लिया। ‘
इनोवेट ३६० प्रतियोगिता में जीबीपीआईईटी, घुड़दौड़ी की टीम ने प्रथम और एनआईटी उत्तराखंड की टीम ने दूसरा स्थान हासिल किया। हैकथॉन में जीबीपीआईईटी, घुड़दौड़ी की टीम ने प्रथम स्थान हासिल किया जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर एनआईटी उत्तराखंड की टीम रही, ई-स्पोर्ट्स (ऑनलाइन मोड) में कविकुलगुरु इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस , नागपुर की टीम ने प्रथम, ग्राफ़िक एरा यूनिवर्सिटी , देहरादून की टीम दूसरे और स्वामी पूर्णानंद डिग्री कॉलेज ऑफ़ टेक्निकल एजुकेशन , मुनि की रेती , टेहरी गढ़वाल की टीम तीसरे स्थान पर रही। अन्य सभी प्रतियोगिताओं एनआई टीम विजेता रही। जबकि ड्रोन रेस में अविनाश (एस नएस कॉलेज हाजीपुर, बिहार) और सत्यव्रत (एनआईटी उत्तराखंड) की सामूहिक टीम विजेता रही।
निर्णायक समिति के सदस्यों प्रोफेसर संजीव नैथानी, जी.बी. पंत इंजीनियरिंग कॉलेज, घुडदौड़ी, डॉ.बृजेश गंगील, गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय, और डॉ.महीप सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि प्रतिभागियो के प्रदर्शन इतने प्रभावशाली थे कि उनके लिए निर्णय लेना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया था।
समापन के मौके पर डॉ.धर्मेंद्र त्रिपाठी (डीन स्टूडेंट वेलफेयर), डॉ.कुलदीप शर्मा (एसोसिएट डीन स्टूडेंट वेलफेयर), कार्यक्रम के समन्वयक डॉ.पंकज कुमार पाल, टेक्निकल क्लब के समन्वयक टी सुधाकर एवं अन्य संकाय सदस्य मौजूद थे।