प्रदीप कुमार
देवप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर,देवप्रयाग का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड और त्रिपुरा में संस्कृत विश्वविद्यालय के परिसरों के निर्माण पर
युवा पीढ़ी को शुभकामनाएं दी।
मंगलवार को देवप्रयाग में 126 करोड़ की लागत में निर्मित 13 वें परिसर का प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वर्चुअल लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने संस्कृत और संस्कृति का गौरव बढ़ाया है। रघुनाथ कीर्ति परिसर के निर्माण से देवप्रयाग को नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमारा अंग्रेजी भाषा से कोई विरोध नही है। मगर सर्वोपरि सम्मान संस्कृत व संस्कृति को मिलना चाहिये। उन्होंने कहा संस्कृत पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पतंजलि योगपीठ सौ प्रतिशत रोजगार देगा। आज बेटियां बेटों से अधिक संस्कृत पढ़ रही है। पूर्व सीएम व सांसद तीरथ सिंह रावत ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर की शुरुआत व लोकार्पण करने पर खुशी जतायी। उन्होंने कहा उत्तराखंड में संस्कृत द्वितीय राज्यभाषा है। उनके शिक्षामंत्री रहते संस्कृत निदेशालय और संस्कृत विश्वविद्यालय की नींव डाली गयी थी। कुलपति प्रो.श्रीनिवास वरखेड़ी ने देवप्रयाग और अगरतला परिसरों का लोकार्पण करने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया। उन्होंने देवभूमि में देवनदी गंगा के तट पर देवभाषा का परिसर खुलना संस्कृत के लिये ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होंने कहा आने वाले वर्षों में संस्कृत विश्वविद्यालय 250 नियुक्तियां होगी। कुलपति ने 1908 में स्थापित देवप्रयाग संस्कृत महाविद्यालय का पुनः निर्माण व संचालन का आश्वासन भी दिया। कहा कि देश के आईआईएम और आईआईटी के साथ संस्कृत परिसरो का लोकार्पण गौरव बढ़ाने वाला है। विधायक विनोद कण्डारी ने देवप्रयाग विधानसभा में संस्कृत परिसर के निर्माण को उत्तराखण्ड का सम्मान बताया। विधायक राजकुमार पोरी ने भी हर्ष जताया। परिसर निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने सभी अथितियों का स्वागत किया। परिसर निर्माण में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान,पूर्व शिक्षामंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी,डॉ.वाचस्पति मैठाणी व संस्कृत विद्यालय समिति देवप्रयाग का आभार भी जताया। इस अवसर पर योग गुरु बाबा रामदेव ने देवभूमि सौरभम् अर्द्ध वार्षिक वार्षिक पत्रिका विमोचन सहित प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र का लोकार्पण भी किया। लोकार्पण में सीपीडब्लूडी मुख्य अभियंता एस.के.रामपाल, कृष्णकांत कोटियाल, डॉ.चन्द्रकला आर कोंडी,प्रो.प्रीति कुमारी,प्रो.शिवानी,आचार्य देवश्रुति,परिसर के जनसंपर्क अधिकारी एवं सहायक आचार्य हिन्दी डॉ.वीरेंद्र बर्त्वाल,डॉ.शैलेन्द्र शास्त्री,डॉ.शैलेन्द्र उनियाल,डॉ.अरविंद गौड़,डॉ.सश्चिदानन्द स्नेही आदि मौजूद थे। कार्यक्रम संचालन कुशाग्र व मधु द्वारा किया गया।