प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। यूजीसी मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग केंद्र हेमवंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल, उत्तराखंड द्वारा फरवरी माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ प्रारंभ: अनेक राज्यों के शिक्षक लेंगे प्रशिक्षण)
भारत सरकार द्वारा लागू की गई दूरदर्शी नई शिक्षा नीति के विभिन्न पक्षों पर केंद्रित पंद्रह दिवसीय कार्यक्रम हेमवंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड के मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर द्वारा 15 फरवरी 2024 से प्रारंभ हो चुका है। जिसमें उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सेवारत अनेक राज्यों के शिक्षक प्रतिभागी प्रशिक्षण लेंगे। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश,नई दिल्ली,राजस्थान, महाराष्ट्र,हरियाणा,बिहार, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों के शिक्षक प्रतिभाग कर रहे हैं।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति सर्वांगीण विकास में महत्त्वपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे विश्वविद्यालय के मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर द्वारा आयोजित इस चौथे कार्यक्रम में अनेक राज्यों के शिक्षक बड़ी संख्या में प्रतिभाग कर रहे हैं।
कुलपति प्रो.नौटियाल ने आगे कहा कि हमारे विश्वविद्यालय का मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर एनईपी 2020 ओरिएंटेशन एंड सेंसटाइजेशन पर केंद्रित ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम
निरंतर ऑनलाइन मोड में संचालित कर रहा है। साथ ही यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि देश के अनेक राज्यों के प्रतिभागी सरकार के इस महत्त्वाकांक्षी उपक्रम में गढ़वाल विश्वविद्यालय के मालवीय सेंटर से ऑनलाइन लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने इस हेतु केंद्र की पूरी आयोजन समिति तथा समस्त प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं संप्रेषित की।
उल्लेखनीय है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों को नई शिक्षा नीति की बारीकियों को समझाने के लिए यूजीसी द्वारा मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर्स द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन भारत सरकार का एक महत्त्वाकांक्षी उपक्रम है।
इसके अंतर्गत उच्च शिक्षा के विविध विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम गढ़वाल विश्वविद्यालय के मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर द्वारा भी निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं।
इस केंद्र की निदेशक प्रोफेसर इंदु पांडेय खंडूड़ी ने बताया कि हमारा केंद्र एन ई पी 2020 के विविध पक्षों पर देशभर के विद्वान वक्ताओं को वक्तव्य हेतु आमंत्रित करते हुए शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण के नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान कार्यक्रम एनईपी 2020 ओरियंटेशन एंड सेंसटाइजेशन प्रोग्राम’ के शीर्षक से आयोजित किया जा रहा है । इसके अंतर्गत इंडियन नॉलेज सिस्टम, एकेडमिक लीडरशिप गवर्नेंस एंड मैनेजमेंट,स्किल डेवलपमेंट स्टूडेंट डायवर्सिटी एंड इंक्लूसिव एजुकेशन,इनफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी कम्युनिकेशन,रिसर्च एंड डेवलपमेंट,हायर एजुकेशन एंड सोसायटी तथा हॉलिस्टिक एंड मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन जैसे विविध पक्षों पर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रत्येक दिन सायं 3 से 6 बजे तक ऑनलाइन दो सत्र होंगे। कार्यक्रम के अंत में शिक्षकों को बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर देकर उनका मूल्यांकन भी किया जाएगा। इन सभी प्रक्रियाओं के फलस्वरूप निरंतर उपस्थित शिक्षकों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रमाण पत्र केंद्र द्वारा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार शिक्षक इस केंद्र के माध्यम से नवीन ऊर्जा और नवाचारी गतिविधियों से संयुक्त होंगे।
उक्त कार्यक्रम के प्रथम दिवस दो सत्रों में प्रो.दीपा सिकंद कौतस ने रोचक तथा उपयोगी व्याख्यान दिए। सत्रों का संचालन असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ.राहुल कुंवर सिंह,डॉ.सोमेश थपलियाल तथा सहयोगी डॉ.कविता भट्ट ने किया। इस अवसर पर यूजीसी पोर्टल के माध्यम से 71 प्रतिभागियों ने पंजीकरण किया।
संयोजन कार्य में पूनम रावत और अनिल कठैत ने सक्रिय भूमिका निभाई।