*बेस चिकित्सालय के गायनी विभाग में लगेगी हर शुक्रवार को इंफर्टिलिटी ओपीडी*
प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। नि:संतान दंपत्तियों की अब गोद भरने की चाहत अब बेस चिकित्सालय श्रीनगर में पूरी होगी। इसके लिए बेस चिकित्सालय में सप्ताह के हर शुक्रवार को इंफर्टिलिटी ओपीडी लगेगी। जिसमें बांझपन की समस्याओं से जूझ रही महिलाओं के साथ ही पुरूषों का इलाज किया जायेगा। जिसका फायदा उन लोगों को मिलेगा जो गरीबी के कारण बांझपन का इलाज नहीं करा पाते हैं। बेस चिकित्सालय पूरे गढ़वाल क्षेत्र में इस तरह की इंफर्टिलिटी का आधुनिक इलाज देने वाला पहला अस्पताल बनेगा। जिसके लिए गायनी विभाग के पास ओपीडी कक्ष के साथ अल्ट्रासाउंड सहित अन्य सुविधा लगा दी गई है।
बेस चिकित्सालय के गायनी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीप्ति शर्मा द्वारा इंफर्टिलिटी यूनिट का संचालन किया जायेगा। डॉ. दीप्ति शर्मा ने बताया कि नि:संतान दंपत्तियों की गोद भरने की चाहत पूरी हो इसके लिए बेस चिकित्सालय में अब इलाज शुरु किया जायेगा। ऐसी दंपत्ति शुक्रवार को ओपीडी में पहुंचकर सलाह पाकर सटीक इलाज करा सकते है। इसमें महिला और पुरूष दोनों का इलाज, जांचें सहित अन्य काउसिलिंग की जायेगी। महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. शर्मा ने बताया इस तरह की ओपीडी बेस चिकित्सालय में लगने से बांझपन की समस्या से जूझ रही महिलाओं को आसानी से इलाज की सुविधा मिल पायेगी।
बता दें कि बांझपन के इलाज के लिए इस तरह की कोई सुविधा अभी तक गढ़वाल क्षेत्र में नहीं थी, जिसको देखते हुए बेस चिकित्सालय में अब इंफर्टिलिटी ओपीडी की शुरुआत की जा रही है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.सीएमएस रावत ने बताया कि इंफर्टिलिटी ओपीडी की शुरुआत होने से नि:संतान दंपत्तियों को यहां इलाज की सुविधा मिलेगी। जो कि एक बेहतर सुविधा यहां मिलने जा रही है। डॉ.रावत ने कहा कि प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत के सतत प्रयासों से तमाम चिकित्सकीय सुविधाएं एक छत के नीचे दिये जाने हेतु इंफर्टिलिटी ओपीडी की शुरुआत कराना एक अच्छी पहल है। इससे गढ़वाल क्षेत्र के इंफर्टिलिटी संबंधी समस्या से जूझ रहे दंपत्तियों को सुविधा मिलेगी। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने कहा कि अस्पताल में ओपीडी के संचालन के लिए तमाम सुविधाएं प्रदान कर दी गई है। उक्त ओपीडी संचालन के लिए शुक्रवार का दिन तय किया गया है।