* प्रदीप कुमार
कीर्तिनगर/श्रीनगर गढ़वाल। सड़क सुविधा न होने से वीरान टोला गांव में पहले जैसी रौनक लौटने आस जग गयी है। यहां के लिए मंजूर सड़क पर तेजी से निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। यही नहीं, नैलचामी और लोस्तु-बडियारगढ़ पट्टियों से अलग-थलग पड़ा टोला गांव अब इन पट्टियों से भी सड़क से लिंक हो जाएगा।
हाल ही में विधायक विनोद कंडारी ने टोला गांव की राडागाड-ग्वाड़ टोला की पांच किलोमीटर सड़क के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया है। इसके लिए ग्रामीण लंबे समय से प्रतीक्षा रत थे और लगभग 35 साल से ग्रामीण संघर्ष कर रहे थे। सड़क न होने से इस गांव में सरकारी अधिकारी या कर्मचारी जाने से कतराते थे। गांव के लड़की- लड़कों के विवाह रिश्ते होने पर प्रतिकूल असर पड़ने लगा था। गांव में बहुत पलायन भी हो गया। गांव के लोगों का मानना है कि पलायन का प्रमुख कारण सड़क न होना था। गांव में उपजाऊ जमीन होने पर भी लोगों ने खेती से मुंह मोड़ लिया था।
विधायक विनोद कंडारी ने इन समस्याओं का संज्ञान लेते हुए यह सड़क मंजूर करवायी और निर्माण शुरू करवाने के अंजाम तक ले गये।
विनोद कंडारी ने टोला गांव को जाख, नैलचामी की सड़क तक जोड़ने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। इस गांव को लोस्तु-बडियारगढ़ से जोड़ने के लिए गंडराखाल-ग्वाड़ टोला मार्ग पहले से स्वीकृत कराया हुआ है। उद्घाटन अवसर पर टोला गांव के लिए पांच लाख देने की घोषणा करते हुए उन्होंने बिजली विभाग तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सड़क निर्माण में कोई भी बाधा न आने पाए, क्योंकि यह सड़क मेरी महत्त्वपूर्ण सड़कों में एक है। उन्होंने कहा कि इस सड़क के दो पट्टियों से जुड़ जाने के बाद टोला गांव का महत्त्व और सुविधाएं दोनों बढ़ जाएंगी।
उधर, सड़क के लिए वर्षों से संघर्षरत टोला,ग्वाड़,राडागाड विकास मंच के अध्यक्ष डॉ.वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल ने कहा कि विधायक श्री कंडारी जी ने सड़क विहीन टोला गांव के लिए यह विशेष पहल कर क्षेत्र के विकास के इतिहास में नाम दर्ज करा दिया है। विधायक कंडारी ने इस अत्यंत पिछड़े गांव को विकास की अपनी वरीयता सूची में शामिल कर गांवों के विकास के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाया है। टोला गांव के सभी लोग विधायक के इस गंभीर प्रयास के लिए बहुत आभारी हैं।
गांव के वरिष्ठ नागरिक विजयपाल सिंह बताते हैं कि यह सड़क टोला गांव के भाग्य को चमकाने वाली साबित होगी। शहरों में रह रहे इस गांव के अनेक रिटायर लोगों ने अब नये मकान बनाकर गांव में रहने का मन बना लिया है। इन लोगों की मन: स्थिति इस सड़क पर निर्माण शुरू होने के बाद बदली है। गांव के निवासी और प्रवासी सभी बहुत प्रसन्न हैं।