नई दिल्ली।हजजरत ख्वाजा गरीब नवाजज रहमतुल्लाहअलैही के 812 वें उर्स के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूफफी मुस्लिम शिष्टमण्डल से मुलाकात कर भारत सरकार की ओर से दरगाह में चादर पेश करने के लिए भेजी।इस मौके पर प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर सूफु मुस्लिम शिष्टमंडल से चर्चा की।आल इंडिया उल्मा व मशाईख़ बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हजरत सैयद मुहम्मद अशरफ किछौछवि ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री को 2015 में किया गया वादा याद दिलाया जब उन्होंने देश में व्यापक तौर पर सूफी शिक्षाओं के प्रसार-प्रचार हेतु कार्य करने की बात कही थी।बच्चों की किताबों में सूफी-संतों के विचार एवं शिक्षाओं को शामिल किया जाना था,जिससे देश का सौहार्द मजबूत हो और देश तरक्की करे।हजरत ने कहा कि यह पहला मौका है जब अजमेर शरीफ में पेश होने वाली प्रधानमंत्री की चादर को सूफी मुस्लिम डेलीगेशन को सौंपा गया है,इससे पहले यह काम राजनैतिक लोगों द्वारा किया जाता रहा है,जिन्हें अधिकतर न इसका महत्त्व पता होता था न ही उनकी इसमें अकीदत शामिल होती थी,लेकिन इस नई परंपरा की शुरुआत कर प्रधानमंत्री ने एक नया दरवाजा खोला है।इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जहां देश में सूफियों के द्वारा समाज के लिए दी गई कुर्बानियों पर बात की,वहीं सामाजिक ताने बाने को मजबूत करने में उनके योगदान को याद किया।देश की तरक्की के लिए शांतिव सौहार्द सबसे आवश्यक है और सूफियों की शिक्षाओं ने इस मार्ग को प्रशस्त किया है।देश में तरक्की की नई राहें खोलने हेतु प्रधानमंत्री ने जहां अपनी मन्त्रिमण्डल सहयोगी अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी से इस संबंध में सूफी मुस्लिम लीडरों संग विचार कर योजना बनाने का निर्देश भी दिया तो,वहीं सूफी कोरिडोर परियोजना पर भी अमल करने की बात कही।इस अवसर पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी,आल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष हजरत सैय्यद मुहम्मद अशरफ किछौछवी,हजरत कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी रहमतुल्लाह अलैही,महरौली दिल्ली के सज्जादानशीन हजरत सैयद जावेद कुतुबी,राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड,ख्वाजा सैय्यद फरीद अहमद निजामी,सज्जादानशीन हजरत निजामुद्दीन औलिया नई दिल्ली,उपाध्यक्ष आल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड,ख्वाजा सैय्यद नसीरूद्दीन चिश्ती राष्ट्रीय कार्यकारिणीय सदस्य आल इंडिया उलमा व मशाईख बोर्ड,हजरत सैयद अली कादरी,हाजी सलमान चिश्ती गद्दीनशीन अजमेर शरीफ,प्यारे खिन अध्यक्ष बाबा तजुदद्दीन ट्रस्ट नागपुर महाराष्ट्र,मौलाना कल्बे रुशैद सहित गणमान्यजन मौजूद रहे।