रुड़की।शनिवार के दिन शिक्षा नगरी में आज सबसे अधिक घना कोहरा छाया रहा।दिन में सूर्य देवता के दर्शन नहीं हो सके,जिस कारण से लोग ठंड बढ़ने से घरों और अपने प्रतिष्ठानों में कपड़ों से लिपटकर ही बैठे रहे।देर रात से ही कोहरे ने अपने दस्तक दे दी थी।सुबह तड़के से घना कोहरा छाया रहा।कोहरे में दृश्यता सबसे कम महसूस की गई।स्थिति यह रही की हाईवे के किनारे से खड़ा व्यक्ति दूसरे किनारे पर खड़े व्यक्ति को भी नहीं देख पा रहा था।घने कोहरे के चलते हाईवे पर वाहनों को बड़ी सतर्कता के साथ धीमी गति से चलना पड़ रहा था,बल्कि लगातार कई-कई वाहन एक साथ निकालना बेहतर समझ रहे थे।दिन भर कोहरा छाए रहने के चलते सूर्य देवता के दर्शन नहीं हो सके और धूप की चमक नहीं मिल पाई,जिससे ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गया कि लोगों को अपने घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया।प्रतिष्ठानों पर भी लोग आग जलाकर तापते नजर आए और जरूरी होने पर लोगों ने घरों से बाहर निकलना उचित समझा।