चांदपुर( बिजनौर )संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों को सपने में भी राम कृपा संभव नहीं -संघर्षी
जब तक आपके हृदय में जात – पात, ऊंच- नीच, छुआ- छूत, गरीब- अमीर जैसे संकीर्ण मानसिकता वाले भाव विराजमान हैं,तब तक आपको सपने में भी प्रभु श्री राम कृपा प्राप्त नहीं होगी। क्योंकि परम् पूज्य गोस्वामी जी महाराज ने साफ कहा है कि
सिया राम मय सब जग जानी।
करहु प्रणाम जोरी जुग पाणी।।
पावन श्री विष्णु धाम मंदिर व आश्रम मौ0गोकुल नगर सिलारा चांदपुर में चल रही प्रत्येक वृहस्पतिवार को दौ0-1बजे से सांय 4बजे तक, संगीतमयी दिव्य श्री राम कथा में प्रवचन करते हुए कथा प्रवक्ता महंत पं0रविन्द्र भारद्वाज संघर्षी जी महाराज (चांदपुर वाले गुरुजी) ने कथा में प्रवचन करते हुए कहा कि “मन और शरीर दोनों अबोध बालक के समान है, आत्मा माता और परमात्मा पिता के समान है। संसार रूपी बाजार में इनका पग-पग पर ध्यान रखना होगा।बरना ये दोनों कही भी भटक जायेंगे। विषय- वासनाएं, लोभ-प्रलोभ, वसन-दुर्गुण,मन व शरीर के जन्म जात मीठे शत्रु है, जिन्हें इनसे बचना हमरा परम् कर्तव्य है।
कथा में श्री गुरु महाराज जी ने दिव्य श्री राम कथा की महत्ता पर प्रकाश डाला। कथा में “कि राम कथा कामधेनु गाय के समान है, जिसके शरणागति में आकर मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
कथा में श्रीमती ममता भारद्वाज, कुसुम शर्मा, बीना साधना, दिव्या गर्ग, प्रकाशोवती, आंचल भारद्वाज, साक्षी पवार, रूपाली देवी,ऊषा चौहान, सीमा सैनी, सुनीता देवी,किरन वर्मा,मधु बंसल,सरोज चौधरी, ऊषा सैनी, उमंग गोयल, हिमानी सैलानी,नीलम सैलानी, तानिया सैलानी, साक्षी पवार हर्षित देवा, ममता सैनी, आरती सैनी, शोभा सैनी ,हर्षित भारद्वाज, कार्तिक भारद्वाज, गोपीचंद, इत्यादि का कथा में विशेष सहयोग रहा।