मदमहेश्वर घाटी के रांसी गांव में विराजमान भगवती चंद्र कल्याणी राकेश्वरी मंदिर में हुई चोरी

प्रदीप कुमार

ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत रासी गाँव में विराजमान भगवती चन्द्र कल्याणी राकेश्वरी मन्दिर में दो माह हुई चोरी का खुलासा न होने से स्थानीय पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं। वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी ने कहा कि दो माह से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी राकेश्वरी मन्दिर में हुई कई लाखों रुपये की चोरी का खुलासा कब होगा यह तो भविष्य के गर्भ में है मगर चोरी का खुलासा होने में दो माह से अधिक समय गुजर जाने के कारण तरह – तरह की चर्चाओं के बाजार गरम हैं। आने वाले समय में यदि चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले व्यक्ति पुलिस की पकड़ में नहीं आये तो भविष्य में मदमहेश्वर घाटी के अन्य तीर्थ स्थलों में भी इसी तरह की चोरी की घटनाओं में वृद्धि होने की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता है! बता दे कि विगत 12 अक्टूबर की मध्य रात्रि को चोरों ने मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत रासी गाँव के मध्य विराजमान चन्द्र कल्याणी नाम से विख्यात भगवती राकेश्वरी के मन्दिर में ताला तोड़कर लगभग 20 लाख रुपये की लागत से बनी प्राचीन मूर्तियों, पूजा सामग्रियों पर हाथ साफ कर रफ्फूचकक्कर हो गयें थे। 13 अक्टूबर को जब ग्रामीणों को मन्दिर हुई लाखों रुपये की लागत से बनी प्राचीन मूर्तियों व पूजा सामाग्री की चोरी का पता लगा तो राकेश्वरी मन्दिर समिति अध्यक्ष जगत सिंह पंवार के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा चोरी की लिखित सूचना स्थानीय तहसील प्रशासन को दी गयी थी। तहसील प्रशासन ने उसी दिन घटना स्थल पहुंचकर चोरी हुई मूर्तियों व पूजा सामाग्री का आकलन कर जांच पडताल शुरू कर दी गयी थी। लगभग एक सप्ताह बाद राकेश्वरी मन्दिर में हुई कई लाखों रुपये की चोरी की जांच राजस्व पुलिस से पुलिस प्रशासन को स्थानान्तरित की गयी थी मगर दो माह से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी चोरी का खुलासा न होने से पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गयी थी। पुलिस सूत्रों की माने तो दो माह पूर्व हुई चोरी का खुलासा न होने पर पुलिस अधीक्षक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शीध्र चोरी की घटना को अंजाम देने वाले लोगों को धर दबोजने के कडे़ निर्देश दिये हैं। राकेश्वरी मन्दिर समिति अध्यक्ष जगत सिंह पंवार का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार संदिग्ध लोगों व कुछ ग्रामीणों से वार्ता तो की जा रही है मगर आज तक पुलिस प्रशासन को सफलता नहीं मिली है। उनका कहना है कि कुछ मूर्तियां युगों पूर्व की है इसलिए मूर्तियों की लागत का सही आकलन करना असम्भव है। प्रधान रासी कुन्ती नेगी का कहना है कि भले ही चोरी का खुलासा होनी में देर लग रही है मगर भगवती राकेश्वरी के मन्दिर में हुई चोरी का एक दिन अवश्य खुलासा होगा तथा चोरी की घटना को अंजाम देने वालों को अवश्य सजा मिलेगी। प्रभारी निरीक्षक सुरेश चन्द्र बलूनी का कहना है कि चोरी का खुलासा करने के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं तथा ग्रामीणों से भी समय-समय पर वार्ता की जा रही है। उनका कहना है कि यदि ग्रामीण पुलिस प्रशासन का सहयोग करती है तो चोरी का खुलासा शीध्र हो सकता है।