प्रदीप कुमार
रूद्रप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल। तहसील जखोली सभागार में उप जिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल की अध्यक्षता में आयोजित तहसील दिवस के अवसर पर पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेन्द्र प्रसार सकलानी ने मयाली बाजार में बंदरों के आंतक के संबंध में, ग्राम गोर्ती निवासी शांति लाल ने ग्राम सभा गोर्ती क अन्तर्गत कुरमगा से गोर्ती तक पेयजल योजना में गन्दा पानी आने के सम्बन्ध में, ग्राम कपणियाॅ निवासी चन्द्रमोहन थपलियाल ने नाप शुदा खेत से तून का पेड़ काटने के सम्बन्ध में, ग्राम धरियांज निवासी उम्मेद सिंह रौथाण ने गुप्तकाशी मयाली मोटर मार्ग से धरियाॅज तक सड़़क मार्ग के संबंध में,ग्राम पालाकुराली निवासी डाॅ.गुलाब सिंह राणा ने राजकीय इण्टर कालेज गोर्ती में रिक्त पद भरे जाने, मोटर मार्ग निर्माण के दौरान क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग पर भूधसाव से प्राचीन पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त,शहीद पूर्ण सिंह राणा रा.उ.मा.वि.पालाकुराली के भवन की आगे की दिवाल क्षतिग्रस्त के संबंध में, प्रधान ग्राम पंचायत ललूडी शीला भण्डारी ने ग्राम पंचायत ललूडी (एस.सी. बाहुल्य ग्राम पंचायत) में ललूडी से जखोली मुख्यालय तक मुख्य पैदल मार्ग को जिला योजना से करवाने तथा ग्राम पंचायत ललूडी के ठलधार नामी तोक मंे भारी बरसात से आम रास्ते का पुस्ता टूूटने के संबंध में, प्रधान ग्राम पंचायत देवल शम्भू प्रसाद उनियाल ने राजकीय इण्टर कालेज रामाश्रम से महाविद्यालय जखोली तथा महाविद्यालय से खरियाल तक लिंक मोटर मार्ग बनवाने के संबंध में समस्याओं के निराकरण हेतु मांग की।
आयोजित तहसील दिवस के अवसर पर उपजिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि सरकार की मंशा है कि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत व्यक्तियों की जो भी समस्याएं हैं उनका तत्परता से निराकरण करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी तरह से कोई लापरवाही एवं ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने कहा कि आज आयोजित तहसील दिवस में जो भी शिकायतें क्षेत्रीय जनता एवं जन प्रतिनिधियों द्वारा दर्ज कराई गई हैं उन पर सभी अधिकारी शीघ्र कार्यवाही करते हुए उनका निराकरण करना सुनिश्चित करें।
इस दौरान मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.विमल सिंह गुसांई, जिला पंचायत राज अधिकारी प्रेम सिंह रावत, युवा कल्याण अधिकारी शरत सिंह भंडारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी जखोली हिमांशु बडोला सहित समाज कल्याण, उद्यान, बाल विकास, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, ग्राम्य विकास विभाग आदि विभागीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि व स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे।