प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। देवलगढ़ क्षेत्र को पर्यटन सर्किट से मिलेगी एक नई पहचान लगभग अड़तीस साल की लिखा पढ़ी के उपरान्त प्राचीन गढ़़वाल नरेशों की राजधानी रही देवलगढ़ को पर्यटन सर्किट से जोड़ने में सफलता मिली है। उत्तर प्रदेश सरकार से लेकर उत्तराखण्ड की वर्तमान सरकार तक उक्त विषयक मांग लगातार किए जाने के सुखद परिणाम जल्दी सामने आएंगे। इस बड़ी मांग को पूर्ण करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका उत्तराखण्ड सरकार में कैबिनेट मंत्री डा.धन सिंह रावत की रही है। जिन्होंने हमारी पौड़ी,खिर्सू,देवलगढ़,धारी देवी और श्रीनगर पर्यटन सर्किट से जोड़ने की मांग के औचित्य को समझा।यही कारण है कि अब इस क्षेत्र को अब खिर्सू,धारी देवी ,.श्रीनगर,देवलगढ़ क्षेत्र को , नई पहचान मिलने जा रही है।
आज निर्माणदायी संस्था गढ़वाल मण्डल विकास निगम के इंजीनियर हरीश चौहान आदि इंजीनियर और ठेकेदारों की टोली श्रीनगर,धारी देवी के स्थलीय निरीक्षण के उपरान्त अपराह्न देवलगढ़ पहुंची तथा स्थलीय निरीक्षण कर बताया कि हप्ते दस दिन में कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा। कुंजिका प्रसाद उनियाल ने सुझाव दिया कि ,,चमधार,,देवलगढ़ मार्ग पर बड़े प्रवेश द्वार,ओडला या खिर्सू में भी एक प्रवेश द्वार,दो द्वार देवलगढ़ में ,भैरब गुफा और सुरंगों के लिए सी.सी. रास्ता,रेलिंग,देवलगढ़ मंदिर मार्ग पर तीन रास्तों का सी.सी.करण,सौंन्दर्यीकरण,कोरिडोर निर्माण,रास्ते पर छोटी पार्किंग ,राजराजेश्वरी मार्ग के बगल पुश्ते का निर्माण,,व्यू प्वाइंट, व मंदिर मार्ग पर सोलर लाइट्स का कार्य प्राथर्मिकता से किया जाना है।
ज्ञातव्य हो कि कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने जल्दी कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश गढ़वाल मण्डल विकास निगम को दिए थे।
उत्तराखण्ड सरकार एवं कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत का धन्यवाद आभार व्यक्त किया।