प्रदीप कुमार
ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। पंच केदारो में द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली द्वितीय रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मन्दिर रासी पहुंच गयी है। शुक्रवार को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए गिरीया गांव पहुंचेगी तथा 25 नवम्बर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी तथा 26 नवम्बर से भगवान मदमहेश्वर की शीतकालीन पूजा शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विधिवत शुरू होगी। गुरूवार को ब्रह्म बेला पर मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी बागेश लिंग ने गौण्डार गांव में पंचाग पूजन के तहत भगवान मदमहेश्वर सहित सभी देवी – देवताओं का आवाहन कर आरती उतारी तथा निर्धारित समय पर भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौण्डार गांव से राकेश्वरी मन्दिर रासी के लिए रवाना हुई। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के राकेश्वरी मन्दिर रासी आगमन पर ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया तथा लाल – पीले वस्त्र अर्पित कर तथा विभिन्न पूजा सामग्रियों से अर्घ्य अर्पित कर क्षेत्र के समृद्धि की कामना की। कल भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी रासी से रवाना होगी तथा उनियाणा, राऊंलैक, बुरूवा, मनसूना यात्रा पड़ावों पर आशीर्वाद देते हुए अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए गिरीया गांव पहुंचेगी। वही दूसरी ओर भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर मन्दिर समिति द्वारा ओकारेश्वर मन्दिर को भव्य रूप से सजा दिया गया है जबकि भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ आगमन पर जी आई सी के खेल मैदान में कल से शुरू होने वाले त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है! जानकारी देते हुए मेला सचिव प्रकाश रावत ने बताया कि क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले का आगाज होगा। इस मौके पर दिवारा यात्रा प्रभारी यदुवीर पुष्वाण, प्रधान बीर सिंह पंवार,कुन्ती नेगी, पूर्व प्रधान भगत सिंह पंवार,डोली प्रभारी पारेश्वरी त्रिवेदी,सहित गौण्डार, रासी व उनियाणा के हक – हकूकधारी, जनप्रतिनिधि, मन्दिर समिति के अधिकारी, कर्मचारी व सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।