प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के उच्च शिखरीय पादप कार्यिकी शोध केंद्र (हैप्रेक) में आगामी 30-31 अक्टूबर को बहुविषयक दृष्टिकोण के माध्यम से उच्च-क्षेत्रीय पादपों, जलवायु परिवर्तन, औषधीय पादपों का कृषिकरण, स्थायी आजीविका तथा पर्वतीय पारिस्थितिकी तन्त्र के लचीलेपन की विवेचना विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की जायेगी। इस अवसर पर प्राकृति संसाधनों के संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में किए जा रहें कार्यों के लिए प्रगतिशील किसानों और पर्यावरण प्रेमियों को सम्मानित किया जायेगा। हैप्रेक के एसोसिएट प्रोफेसर डा. विजयकांत पुरोहित ने बताया कि हैप्रेक के केके नंदा मेमोरियल हॉल में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय कार्यशाला में गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.अन्नपूर्णा नौटियाल विभिन्न जनपदों सहित बाहरी राज्यों के प्रगतिशील किसान एवं पर्यावरण को सम्मानित करेंगी। जिसमें बच्चीराम ढौढियाल, भजन सिंह कण्डारी, डा.हरिश चंद्र अंडोला, डा. हरपाल सिंह नेगी, ज्योति रावत, कृपाल सिंह, नरेश खण्डूडी, पान सिंह, पुष्कर सिंह, राजेंद्र सिंह चौहान, रूद्र सिंह बुटोला, बलवान सिंह, खिलाफ सिंह, मोहनी देवी, वीर सिंह, विक्रम सिंह रावत, डा. आरसी सुन्दरियाल, मंगल सिंह, कलावती देवी, कमला देवी, नीरज बलोनी और आलम सिंह को सम्मानित किया जायेगा।