शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए स्वच्छता की पाठशाला एक नवाचारी प्रयोग–नूपुर वर्मा नगर आयुक्त

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए श्रीनगर की नगर आयुक्त नूपुर वर्मा द्वारा स्वच्छता की पाठशाला एवं नवाचारी अभियान की शुरुआत की गई।
संपूर्ण स्वच्छता के लिए समर्पित इस कार्यक्रम का उद्घाटन नूपुर वर्मा नगर आयुक्त द्वारा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में किया गया।
कार्यक्रम के उद्घाटन संबोधन में नगर आयुक्त ने बच्चों को सफलता के लिए कठिन मेहनत का मंत्र दिया वहीं दूसरी तरफ स्वच्छता के पवित्र अभियान में शामिल होने का आहवान किया।
ठोस कचरा प्रबंधन को प्रभावी बनाने के लिए स्वच्छता की पाठशाला के अभिनव कार्यक्रम में स्पेस सोसाइटी के परियोजना निर्देशक मदन भारती एवं विद्यालय स्टाफ सहित समस्त विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
नगर आयुक्त ने कहा कि हमें नियमित तौर से अपने हाथ धोने चाहिए साथ ही हमें अभियान चलाकर अपने घर मोहल्ले और शहर में नशा जैसी बीमारी के खिलाफ अभियान की शुरुआत करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि घरों एवं समाज के सभी लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाने के लिए बच्चे सबसे सशक्त माध्यम है।
स्वच्छता की पाठशाला में मुख्य वक्तव्य रखते हुए स्पेस सोसाइटी के परियोजना निदेशक मदन भारतीय ने ठोस कचरा प्रबंधन पर विशेष जानकारी देते हुए बताया कि हमें जिला और सूखा कचरा न केवल अलग-अलग रखना है अपितु रसोई के गिरे कचरे से हम अपने घर में ही घड़े या किसी पुरानी बाल्टी में खाद बना सकते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि कूड़े के संदर्भ में रियूज रीसाइकलिंग और रिडयूस के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी।
शहर को डेंगू मुफ्त बनाने के लिए अपने आसपास गड्ढे या बर्तनों में लंबे समय तक पानी रखने से डेंगू का मच्छर पैदा होता है इसलिए हम इस प्रकार के पानी को नियमित तौर पर बदलते रहे।
स्वच्छता की पाठशाला का आयोजन अब तक 12 राजकीय विद्यालय में क्या-क्या चुका है जिनमे मुख्यतः राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज श्रीनगर, राजकीय नगर पालिका विद्यालय, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भक्तियाना, राजकीय प्राथमिक विद्यालय रेवड़ी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय श्रीकोट, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय श्रीकोट, राजकीय इंटर कॉलेज स्वीत, राजकीय प्राथमिक विद्यालय स्वीत, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गहड़, राजकीय प्राथमिक विद्यालय के गहड़ शामिल हैं।
आगामी दिनों में शेष पांच राजकीय विद्यालयों में नवाचारी अभियान के तहत कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।