हिमालय साहित्य एवं कला परिषद चैरिटेबल ट्रस्ट श्रीनगर द्वारा स्व०भास्करानंद मैठाणी स्मृति सम्मान समारोह का आयोजन

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। हिमालय साहित्य एवं कला परिषद् चेरिटेबल ट्रस्ट श्रीनगर गढ़वाल द्वारा स्व०भास्करानंद मैठाणी स्मृति सम्मान तथा छात्र वृत्ति समारोह आयोजित किया गया।
शगुन रेस्टोरेंट के सभागार में संपन्न हुए इस भव्य कार्यक्रम में कोटद्वार से पधारे मुख्य अतिथि आकाशवाणी के सेवानिवृत्त केंद्र निदेशक चक्रधर कण्डवाल ने संस्था द्वारा लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता अनिल स्वामी को स्व०भास्करानंद मैठाणी स्मृति सम्मान प्रदान किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। अति विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मोहन पंवार ने हिमालय साहित्य एवं कला परिषद् की गतिविधियों की सराहना करते हुए इसके लक्ष्यों को और अधिक विस्तार देने की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर सम्पूर्ण सिंह रावत ने संस्था द्वारा मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति देकर प्रोत्साहित किए जाने को प्रशंसनीय पहल बताते हुए नगर क्षेत्र के विद्यार्थियों में जीवन को सफल बनाने के लिए शिक्षा के प्रति लगन, समर्पण व परिश्रम को अनिवार्य बताया। पौड़ी से पधारे विशिष्ट अतिथि
अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष डंगवाल ने संस्था की रचनात्मक गतिविधियों को उल्लेखित करते हुए अपना समर्थन प्रदान किया। चौरास से पधारे सेवा निवृत्त वन संरक्षक प्रवीण थपलियाल ने संस्था के साहित्यिक एवं परोपकारी कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की। संस्था के प्रमुख ट्रस्टी कृष्णा नंद मैठाणी ने अपने पिताजी के विद्यार्थी काल से लेकर सामाजिक जीवन की महत्वपूर्ण गतिविधियों को साझा किया। माधुरी नैथानी ने प्रोफेसर उमा मैठाणी द्वारा प्रदान करने वाली छात्र वृत्ति के संदर्भ में स्व०जयंती काला जी पर,मेनका मिश्रा ने स्व०कौशल्या देवी नैथानी पर,कामनी नैथानी ने स्व०हरिशरण काला पर तथा मीनाक्षी चमोली एवं पूनम रतूड़ी ने प्रशस्ति पत्र का वाचन किया। नीरज नैथानी ने स्व०भास्करा नंद मैठाणी के जीवन वृत पर
तथा जय कृष्ण पैन्यूली ने अनिल स्वामी जी के समाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर वीरेन्द्र रतूड़ी के प्रस्ताव पर नगर की उभरती लोकप्रिय गायिकाओं कु०शालिनी बहुगुणा तथा कु पूजा गौतम को भी परिषद् की ओर से स्मृति चिन्ह,शाल व नगद राशि भेंट कर सम्मानित किया गया। संगीत प्रस्तुति में ढोलक पर जयेंद्र सिंह गुवाड़ी,हारमोनियम पर अजय चौधरी तथा वीरेन्द्र रतूड़ी ने संगत की। मंच संचालन डा०प्रकाश चमोली ने किया।इस अवसर पर पूनम तिवारी (नगर पालिका अध्यक्ष),डा०प्रदीप अणथ्वाल, हीरा मणि काला,परवेश चमोली,के० पी०काला, उम्मेद मेहरा,वीरेन्द्र नेगी, व्यापार संघ अध्यक्ष दिनेश असवाल,जनपद व्यापार सभा अध्यक्ष वासुदेव कंडारी, सामाजिक कार्यकर्ता लखपत भण्डारी,पथारोही सतीश बहुगुणा, वरिष्ठ नागरिक मुनी नौडियाल, देवेन्द्र उनियाल, शम्भू प्रसाद भट्ट स्नेहिल,डा राजेश कुमार जैन,शुभम जैन,महेश गिरि,योगेन्द्र काण्डपाल,पत्रकार कृष्ण उनियाल,गोपी मैठाणी, मनोहर बिष्ट,रेशमा पंवार, रजनी रौथाण, अधिवक्ता अनूप पांथरी,ब्रह्मा नंद भट्ट, सुधीर उनियाल ,डी पी जोशी,अर्जुन भण्डारी,जी एस दानू, प्रधानाचार्य सरोप मेहरा,किशन लाल तिवारी, इंद्र मोहन काला,दीना कुकसाल,कुं अंजू थापा, दिनेश डंगवाल, प्रोफेसर आर० पी०थपलियाल,आर० पी० कपरवाण ,अंकित रावत,कुमारी शीतल राज,डा० सरिता पंवार,डा०अरविंद दरमोड़ा,योगेन्द्र काण्डपाल, हेमन्त उनियाल ,समीर रतूड़ी,विजयंत सिंह निजवाला,मोहम्मद आसिफ,झाबर सिंह,बुद्धि बल्लभ उनियाल,संतोष पोखरियाल,आशा पैन्यूली ,वसुधा गौतम,बृहद् राज बहुगुणा,सत्यदेव बहुगुणा आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।समारोह समापन से पूर्व संस्था के वरिष्ठ संरक्षक प्रसिद्ध रंगकर्मी श्री विमल बहुगुणा ने स्व. भास्करानंद मैठाणी से संबंधित कतिपय संस्मरणों को साझा करने के साथ धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में वीरेन्द्र रतूड़ी के निर्देशन में अजय चौधरी,कु०शालिनी बहुगुणा व बाल कलाकार आशू कंडवाल ने बेहतरीन गीत प्रस्तुतियों के साथ समां बांध दिया। उपस्थित अतिथियों ने जयेंद्र के प्रभावशाली ढोलक वादन‌ पर खूब तालियां बजायीं।