केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात के अहमदाबाद में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत आयोजित तिरंगा यात्रा को संबोधित किया
हाथ में तिरंगा लेकर खड़े हजारों लोगों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देश के हर बच्चे और हर युवा के मन में देशभक्ति का जज्बा पैदा करने के लिए चलाया गया अभियान सफल हो रहा है
मोदी जी ने देशभर के लोगों का आह्वान किया है कि इस बार भी सभी अपने-अपने घरों में तिरंगा फहराएं, जिससे पूरा देश तिरंगामय हो जाए
मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ देशभक्ति का एक ज्वार खड़ा करने का जरिया बना, उसी तरह से ‘मेरी माटी-मेरा देश’ कार्यक्रम आने वाले दिनों में महान, विकसित व आत्मनिर्भर भारत बनाने के हमारे संकल्प को पूरा करेगा
गृह मंत्री ने सभी देशवासियों से अपील की है कि वे 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों पर तिरंगा लहराएं और अपनी सेल्फी को ऑनलाइन अपलोड करें
हमारे पूर्वजों ने देश की स्वतंत्रता के लिए जो बलिदान दिया है वो सिर्फ बलिदान नहीं है बल्कि हमारे लिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन जीने का एक संस्कार है
अहमदाबाद (गुजरात) केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात के अहमदाबाद में हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत आयोजित तिरंगा यात्रा को संबोधित किया। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा किहाथ में तिरंगा लेकर खड़े हजारों लोगों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देश के हर बच्चे और हर युवा के मन में देशभक्ति का जज्बा पैदा करने के लिए चलाया गया अभियान सफल हो रहा है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2022 को देश में एक भी घर ऐसा नहीं था जिस पर तिरंगा न फहराया गया हो और लोगों ने सेल्फी न ली हो। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी ने देशभर के लोगों का आह्वान किया है कि इस बार भी सभी अपने-अपने घरों में तिरंगा फहराएं, जिससे पूरा देश तिरंगामय हो जाए। उन्होंने कहा कि गुजरात से मिट्टी और तिरंगा हाथ में लेकर युवा निकलेंगे और दिल्ली पहुंचेंगे। ये युवा दिल्ली में देशभर से लाई गई मिट्टी तिरंगे के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को सौंपेंगे और युवा शक्ति हर गांव में महान भारत के संकल्प को दोहराएगी।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ देशभक्ति का एक ज्वार खड़ा करने का जरिया बना, उसी तरह से ‘मेरी माटी-मेरा देश’ कार्यक्रम आने वाले दिनों में महान, विकसित व आत्मनिर्भर भारत बनाने के हमारे संकल्प को पूरा करेगा। गृह मंत्री ने सभी देशवासियों से अपील की है कि वे 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों पर तिरंगा लहराएं और अपनी सेल्फी को ऑनलाइन अपलोड करें, लोगों का यह प्रयास समग्र देश को महान बनाने के अभियान में परिवर्तित हो जाएगा। श्री शाह ने कहा कि जिस उत्साह और उमंग के साथ उनके सामने युवा खड़े हैं, उन्हे पूरा विश्वास है कि यह अभियान देशभक्ति की भावना को चरम सीमा पर ले जाएगा और देश को महान बनाने के संकल्प को दृढ़ता के साथ जन-जन में और विशेषकर बच्चों और युवाओं में स्थापित करेगा।
श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आजादी के अमृत महोत्सव में समग्र देश में देशभक्ति का एक ज्वार खड़ा करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त,2023 को आजादी का अमृत महोत्सव समाप्त होगा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश 15 अगस्त 2023 से लेकर 15 अगस्त 2047 तक आजादी का अमृत काल मनाएगा। आजादी के 75 साल से 100 साल की यात्रा के दौरान हम इस देश को हर क्षेत्र में महान और नंबर एक बनाएंगें। श्री शाह ने कहा कि यह अमृत काल विशेषकर हमारी युवा पीढ़ी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि जिस प्रकार सन् 1857 से 1947 तक के 90 सालों में युवा पीढ़ी ने आजादी के आंदोलन का नेतृत्व किया और देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त किया, उसी तरह भारत की युवा पीढ़ी को 2023 से 2047 तक का समय देश को महान बनाने के लिए भारत माता को समर्पित करना है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष को एक बहुत अच्छे भाव के साथ देश की जनता के सामने रखा है।उन्होंने कहा कि वर्ष 1857 से लेकर 1947 तक के 90 सालों में लाखों-करोड़ों स्वतंत्रता सेनानीयों ने लगातार संघर्ष कर और अपने जीवन का बलिदान देकर हमारे देश को आजाद करवाया। परिणामस्वरुप पिछले 75 साल से हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनकर समग्र विश्व में अपना रास्ता बना रहा है।श्री शाह ने कहा कि आजादी के इस संघर्ष में कई स्वतंत्रता सेनानीयों ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाते हुए हंसते-हंसते फांसी चढ़ गए। 17 साल के खुदीराम बोस, जिनके सामने पूरा जीवन पड़ा था, ने जाति, धर्म, प्रदेश और क्षेत्र ना देखते हुए देश के लिए अपना बलिदान दे दिया तो दूसरी ओर 80 साल के बाबू कुंवर सिंह जी सन् 1857 के संग्राम में वीरगति को प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने देश की स्वतंत्रता के लिए जो बलिदान दिया है वो सिर्फ बलिदान नहीं है बल्कि हमारे लिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन जीने का एक संस्कार है।श्री शाह ने कहा कि आज आजादी के 75 साल बाद हम देश के लिए मर तो नहीं सकते मगर देश के लिए जीने से हमें कोई नहीं रोक सकता।