गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल। शिक्षक अखिलेश चंद्र चमोला का सराहनीय प्रयास बहुधा शिक्षक समुदाय के सन्दर्भ में आम जनमानस की तरह-तरह की प्रतिक्रियायें आती हैं,लेकिन इस सत्यता को भी झुठलाया नहीं जा सकता है कि कुछ शिक्षक भावी पीढी के सफल मार्गदर्शन करने के लिए निरन्तर प्रयास रत रहते हैं।इस तरह के शिक्षकों में विकास खंड खिर्सू जनपद पौड़ी गढ़वाल के राजकीय इन्टर काॅलेज सुमाडी में कार्यरत अखिलेश चन्द्र चमोला का योगदान नकारा नहीं जा सकता है,भावी पीढी सही मार्ग पर चले उसके लिए पूरे जनपद पौड़ी के विद्यालयों में सप्ताह में एक दिन चमोला द्वारा लिखित नशा उन्मूलन प्रतिज्ञा का वाचन किया जाता है। हमारा संकल्प नशा मुक्त खुशहाल उत्तराखण्ड की मुहिम के तत्वावधान में इनके द्वारा निरन्तर भावी पीढ़ी को नशा न करने की प्रतिज्ञा के साथ संकल्प पत्र भी भरवाया जाता है।बच्चों में अच्छे संस्कार आयें इस के लिए चमोला प्रेरणा दायिनी साहित्य का सृजन भी करते हैं।कोई छात्र शिक्षा से बंक्षित न रहे,उस के लिए निर्धन छात्रों को भी गोद लेकर उनकी शिक्षा की सुचारू रुप से भी ब्यवस्था करते हैं,अभी हाल ही में ग्राम-सरणा का छात्र सुमित भन्डारी जिसकी पारिवारिक स्थिति अच्छी नही थी, चमोला ने कक्षा -9 से 12 तक उस छात्र की पठन-पाठन की सम्पूर्ण व्यवस्था की। जिसमे इस छात्र ने इन्टर उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षा में 68 प्रतिशत प्राप्त करके उत्तीर्ण की,छात्र सुमित भन्डारी से सम्पर्क करने पर उसने बताया कि मेरे जीवन को सफल बनाने में चमोला गुरु का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है, चमोला इसके साथ-साथ कई महत्वपूर्ण गतिविधियों को भी सम्पादित करके छात्रों को प्रोत्साहित करने का कार्य करते रहते हैं।