गबर सिंह भंडारी
श्रीनगर गढ़वाल। विदित हो कि 4-12 जून2023 भूटान में 21वां अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया।उक्त सम्मेलन में भारत के विभिन्न राज्यों से कुल एक सौ तीन साहित्यकारों, रचनाकारों,कवियों,लेखकों,पत्रकारों,संपादकों व प्रकाशकों ने प्रतिभाग किया।
इस सम्मेलन में उत्तराखण्ड से ऋषिकेश की वरिष्ठ साहित्यकार ,पूर्व सचिव संस्कृत अकादमी उत्तराखण्ड एवं उच्च शिक्षा निदेशक डा०सविता मोहन,गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से प्रो०डा०रेणु शुक्ला, हल्द्वानी से पूर्व प्रोफेसर डा० रेखा पाण्डेय, श्रीनगर गढ़वाल से साहित्यिकार एवं कवि नीरज नैथानी एवं राजकीय उच्च विद्यालय श्रीकोट गंगा नाली श्रीनगर गढ़वाल में कार्यरत शिक्षिका व लेखिका माधुरी नैथानी,पूर्व सचिव, हिंदी अकादमी नई दिल्ली हरि सुमन बिष्ट,पूरण सिंह बिष्ट, उमा बिष्ट,कमला बिष्ट, राष्ट्रीय सहारा समाचार समूह से संबद्ध पौड़ी गढ़वाल निवासी जगमोहन आज़ाद तथा ट्रू मीडिया की सह संपादिका डा०पुष्पा जोशी ने उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व किया। सम्मेलन में नीरज नैथानी को प्यारे लाल सिंह स्मृति सम्मान प्रदान किया गया, माधुरी नैथानी को हरि ठाकुर स्मृति सम्मान प्रदान किया गया।पारो नगर में आयोजित होने वाले साहित्यकार सम्मेलन में श्रीमती माधुरी नैथानी ने राजनीति का धरम करम तथा धरम करम की राजनीति विषय पर शोध पत्र का वाचन किया।
इस अवधि में सिलीगुड़ी, भूटान की राजधानी थिम्पू सहित मुख्य नगर पारो,हो घाटी, टाइगर नेस्ट, व्हाइट टेम्पल, चैलेलो पास,दोचुला पास,नेशनल मेमोरियल छोरटेन स्तूप ,पुनाखा घाटी,एवं अन्य स्थलों का पर्यटन किया गया।
इस नौ दिवसीय सम्मेलन में प्रतिभागियों द्वारा,शोध पत्र वाचन, पुस्तकों का लोकार्पण,काव्य पाठ, , सांस्कृतिक कार्यक्रम,संगीत, नृत्य व कला प्रदर्शनी सहित विभिन्न साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया ।