गबर सिंह भंडारी
योगाचार्य गणेश भट्ट श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड
श्रीनगर गढ़वाल – आज आपको यूरिक एसिड को क्रिस्टल बनने और गलाने में कारागर है। नुस्खे के विषय पर जानकारी दे रहे हैं योगाचार्य गणेश भट्ट
1-सादा पानी- पानी यूरिक एसिड स्टोन और क्रिस्टल को पहले तो जमने नहीं देता और जम चुके स्टोन के गलाता है. तो आप बहुत सारा पानी पीएं ताकि तरल पदार्थ आपके मूत्र को अपशिष्ट उत्पादों से कम केंद्रित करने में मदद करते हैं. पानी आपके शरीर से रसायनों को दूर करने में मदद करता है, जिससे पथरी या क्रिस्टल नहीं बनते.
2- नींबू के रस का उपयोग अक्सर गुर्दे की पथरी को निकालने के लिए किया जाता है क्योंकि इसमें साइट्रिक एसिड होता है, जो छोटे गुर्दे की पथरी को तोड़ सकता है. साइट्रिक एसिड फलों और सब्जियों में सबसे अधिक पाए जाने वाले एसिड में से एक है और घुलनशील साइट्रेट लवण बनाकर गुर्दे की पथरी को तोड़ सकता है.
3-त्रिफला को रात में भीगा कर रोज सुबह खाली पेट पीना शुरू कर दें कुछ ही दिनों में असर दिखने लगेगा.
4- गिलोय-बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए गिलोय के पत्ते और तने को सर्वोत्तम आयुर्वेदिक जड़ी बूटी माना गया है. इसकी ताजी पत्तों को 6-8 घंटे भिगो दें, इसके बाद पीसकर आधा होने तक उबालें. इसके बाद छलनी से छानकर पी लें. आप चाहें तो इसे पाउडर,जूस बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
5- कच्ची हल्दी और अदरक का काढ़ा- ये दोनों ही सूजन से लड़ने और यूरिक एसिड के उच्च स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते है. इसके एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से कई फायदे मिलते हैं.
6-अजवायन- सुबह खाली पेट अजवाइन को एक गिलास पानी में उबालकर इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल में आ जाता है. रात भर अजवाइन को एक बर्तन में भिगोकर रख दीजिए. सुबह के समय इसे छान कर इस पानी को पी लीजिए. इससे यूरिक एसिड पर सकारात्मक असर होगा.
तो इनमें से कोई भी चीज आप रोज अपनी डाइट में दवा की तरह शुमार करना शुरू करें जरूर फायदा मिलेगा , यदि फायदा ना मिले तो डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
योगाचार्य गणेश भट्ट श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड