नई पर्यटन नीति का आम जनमानस तक व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

देहरादून-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने  सचिवालय में सशक्त उत्तराखण्ड @ 25 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पर्यटन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किए गए अल्प, मध्य एवं दीर्घकालिक रोडमैप की सचिवालय में समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पर्यटन नीति का आम जनमानस तक व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। जिन योजनाओं में आमजन का रूझान बढ़ा है, इनमें यदि टॉपअप लोन अथवा सब्सिडी की धनराशि बढ़ाने की आवश्यकता प्रतीत हो रही है, तो इसका भी प्रस्ताव तैयार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में होम स्टे को और बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से भी अपील की है कि अपने जनपद भ्रमण के दौरान होम स्टे में जरूर रूकें, इससे इनको और बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अगले 10 सालों का विभागों द्वारा जो रोडमैप तैयार किया जा रहा है, उसमें भविष्य की सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए कार्य किये जाएं। 2025 तक जिन कार्यों एवं योजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, उनमें अभी से कार्य धरातल पर दिखने शुरू हो जाए। मुख्यमंत्री ने मानसखण्ड मन्दिर परियोजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि इसके तहत प्रथम चरण में जिन 16 मन्दिरों को चिन्हित किया गया है, उन पर मिशन मोड में कार्य किये जाएं। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि राज्य में मातृत्व मृत्युदर को और कम करने के लिए प्रयास किये जाएं। इसके लिए सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करना होगा। सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन खुशियों की संवारी का व्यापक स्तर पर प्रचार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी विभागों द्वारा क्या प्रयास किये गये हैं, इसकी भी समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, इसके लिए स्वास्थ्य निदेशालय में आईटी सेल बनाया जाए। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुदंरम, श्री दीपेन्द्र चौधरी, सचिव कार्यक्रम क्रियान्वयन श्री दीपक गैरोला, अपर सचिव श्री सी. रविशंकर आदि उपस्थित रहे।