गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल
श्रीनगर गढ़वाल – राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड के निदेशक प्रो ललित कुमार अवस्थी ने केवल प्लेसमेंट ड्राइव पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं बल्कि कैरियर परामर्श और पूर्व प्लेसमेंट गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं ताकि छात्र उच्चतम पैकेज वाली शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियां के साक्षात्कार को क्रैक करने में सक्षम हो सकें। उनके मार्गदर्शन में छात्रों को एक बेहतर और सुरक्षित कैरियर विकल्प बनाने के लिए सशक्त बनाने के उद्देश्य से संस्थान में वर्ष भर विभिन्न कार्यशालाओं, विशेषज्ञ वार्ता और सूचनात्मक वेबिनार, कौशल-आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों आदि के माध्यम से छात्रों को कैरीअर में मौजूदा रुझानों के बारे में अपडेट किया जाता है। इसी श्रंखला में संस्थान के कैरीअर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा “कैरीअर कैटेलिस्ट: अ वर्कशॉप ऑन इग्नाइटिंग प्रोफेशनल जर्नी ” शीर्षक पर एक पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यशाला का उद्घाटन समारोह 21 अप्रैल को आयोजित किया गया जिसमे प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी, और प्रोफेसर टी रविचंद्रन ,आईआईटी कानपुर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रोफेसर अवस्थी ने कहा कि कैरीअर मार्गदर्शन छात्रों को न केवल कैरीअर विकल्पों की पहचान करने अपितु एक वांछित कैरीअर चुनने के लिए उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कार्यशाला से आगामी प्लेसमेंट ड्राइव में भाग लेने के लिए तीसरे वर्ष के छात्रों को कार्यशाला का लाभ मिलेगा। उन्होंने सूचित किया की इस कार्यशाला में टीम स्किल्स, पर्सनैलिटी असेसमेंट, जॉब प्रोफाइल मैपिंग, पावर सीवी डिजाइनिंग, ऑफ कैंपस जॉब सर्च जैसी विभिन्न गतिविधियों को कवर किया जाएगा। इसके अलावा कॉरपोरेट बॉडी लैंग्वेज, ग्रुप डिस्कशन, जनरल अवेयरनेस सेशन, पर्सनैलिटी इम्पैक्ट आदि विषयो पर भी चर्चा की जायेगी।
प्रो अवस्थी ने अपने सम्बोधन में करियर निर्माण के माध्यम से समाज, देश और संस्थान के प्रति व्यक्ति के जीवन और योगदान के लिए लक्ष्य निर्धारित करने के महत्व पर भी जोर दिया ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने छात्रों, पूर्व छात्रों और प्रमुख उद्योगों के बीच गहरे कॉर्पोरेट जगत में नेटवर्क निर्माण के महत्व के बारे में भी जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने कहा की संचार हर नेटवर्क और समय की जरूरत का आधार है।
माननीय निदेशक के साथ, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, प्रो. टी. रविचंद्रन ने भी श्रोताओ को संबोधित करने के लिए अपने मूल्यवान शब्द प्रदान किए, और उन्हें इस प्रकार की कार्यशाला में अपनी पूरी क्षमता और लगन के साथ भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने भारतीय युवाओं के साक्षात्कार कौशल और जनसांख्यिकी के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया, जो दशकों तक चलेगा। उन्होंने अनुभवी पेशेवरों, शिक्षाविदों और युवा छात्रों के बीच ज्ञान साझा करने के महत्व को भी समझाया और कहा की ये सारी चीजे करियर निर्माण में एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करती है ।