होटलर्स ने की आनलाइन बाध्यता को समाप्त करने की मांग होटलर्स ने मुख्यमंत्री को भेज ज्ञापन

गबर सिंह भण्डारी श्रीनगर गढ़वाल

श्रीनगर गढ़वाल – श्रीनगर होटल एसोसिएशन ने आगामी चारधाम यात्रा में आनलाइन पंजीकरण को अनिवार्य करने पर होटलर्स में आक्रोश व्याप्त है। होटल व्यवस्यायकों का कहना है कि चार धामों के लिए यात्रियों की आगमन संख्या का निर्धारण किया गया है जो कि व्यवहारिक नहीं है। उन्होंने जल्द ऑनलाइन की बाध्यता को समाप्त किए जाने की मांग की है इस संदर्भ में होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अपार रतूड़ी सचिव डॉ विनीत पहुंचती कोषाध्यक्ष विक्रम पवार ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा कि सरकार द्वारा चार धाम यात्रा में चारों धामों के लिए यात्रियों के अलग-अलग संख्या का निर्धारण किया गया है। जिससे होटल व्यवसायी असंतुष्ट है। कहा कि मई माह की बुकिंग फरवरी माह तक रिजर्व हो जाती थी, लेकिन वर्तमान समय में यात्रा शुरू होने में मात्र 42 दिन शेष है किन्तु मई माह की मात्र 30 से 35 प्रतिशत ही बुकिंग हो पायी है। कहा कि चारधाम यात्रा के लिए मात्र ऑनलाईन पंजीकरण की व्यवस्था की गयी है, जो की काफी
जटील प्रक्रिया है। उन्होंने ऑनलाइन पंजीकरण का सरलीकरण कर पूर्व के भांति बायोमैट्रिक सिस्टम को भी लागू कर यात्रा मार्गों के मुख्य पडावों /वैरियरों पर ऑफलाईन पंजीकरण की व्यवस्था किए जाने की मिंग की है। कहा कि कुम्भ की तर्ज पर विशेष पर्व, त्यौहार वाले दिनों के लिए विशेष अतिरिक्त व्यवस्थाएं शासन-प्रशासन, पुलिस के साथ स्थानीय हितधारक मिल कर व्यवस्था बनाये जाने, उत्तराखण्ड निवासियों के लिए पंजीकरण की बाध्यता को पूर्णतः समाप्त किया जाने की मांग की। उन्होंने सीमित संख्या व ऑनलाईन की बाध्यता को समाप्त करते हुए अन्य मांगों पर कार्यवाही की मांग की है। ज्ञापन देने वाव में राजेश पोस्ती, दीपक पालीवाल, चंद्र प्रकाश शर्मा ,विजय गैरोला, बीरेंद्र रावत आदि मौजूद थे।