*अच्छे स्वास्थ्य के लिए मोटे अनाज एक कारगर उपायः पद्मश्री डाॅ. बी. के. एस.संजय

*मोटे अनाज गेहूं, चावल और मक्का से बेहतर: पद्मश्री डाॅ. बी. के. एस.संजय

*मोटे अनाज पतला होने के लिए एक कारगर उपाय: पद्मश्री डाॅ. बी. के. एस.संजय

*मोटे अनाज केवल गरीबों का ही नहीं अमीरों का भी खाद्यान्न

देहरादून! संजय ऑर्थोपीडिक स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर एवं सेवा सोसाइटी ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर “अच्छे स्वास्थ्य के लिए मिलिट का महत्व“ पर संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गणेश जोशी माननीय कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण, ग्रामीण विकास मंत्री उत्तराखंड सरकार, विशिष्ट अतिथि प्रो. (डाॅ.) हेम चंद्र पांडे जी, कुलपति, हे. न. ब. चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय, देहरादून, डाॅ. महावीर अग्रवाल, प्रति उपकुलपति, पतन्जलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार, प्रो. डाॅ. अमल शंकर शुक्ल जी, प्रो. ग्राफिक एरा, डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय, देहरादून, श्री सुरेन्द्र मित्तल, प्रसिद्ध समाजसेवी एवं डाॅ. एस. एन. सिंह, ऑर्थोपीडिक सर्जन, डाॅ. सुजाता संजय, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ एवं ऑर्थोपीडिक सर्जन डॉ. गौरव संजय ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।


पद्मश्री डॉ. बी. के. एस. संजय ने मुख्य अतिथि माननीय कृषि मंत्री गणेश जोशी एवं आए हुए अन्य अतिथियों का पौधा भेंट कर एवं अंग वस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया और कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए उनका आभार प्रकट किया। डॉ. बी. के. एस. संजय ने अपने संबोधन में कहा कि मोटे अनाजों का खाने में प्रचलन बढ़ना चाहिए क्योंकि मोटे अनाज ऊर्जा के स्रोत तो हैं ही लेकिन इन में पाए जाने वाले फाइबर, प्रोटीन एवं अन्य पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक हैं। डाॅ. संजय ने सरकार से अपील की कि मोटे अनाजों को उगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित एवं प्रेरित किया जाए जिससे ना केवल किसानों का आर्थिक स्वास्थ्य अच्छा होगा बल्कि समाज का शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा होगा।


माननीय कृषि मंत्री श्री गणेश जोशी जी ने बताया कि हमारी सरकार ने संकल्प लिया है कि जब प्रदेश अपनी 25 वीं वर्षगांठ मना रहा होगा उस समय उत्तराखंड में मोटे अनाजों का उत्पादन आज की तुलना में दोगुना होगा। सरकार गरीबों को दिए जाने वाले 5 कि.ग्रा. अनाज में 1 कि.ग्रा. मोटा अनाज दे रही है। ऑर्थोपीडिक सर्जन डॉ. एस. एन. सिंह ने कहा कि जो अनाज गरीबों का खाद्यान्न कहा जाता था आज अमीर लोग भी इस खाने को पसंद करने लगे हैं।


राष्ट्रपति से सम्मानित स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डाॅ. सुजाता संजय ने बताया कि लोग अभी जंक फूड खाने के दुष्परिणामों का अंदाज नहीं लगा पा रहे हैं लेकिन मेरे अनुभव के आधार पर मैं यह कह सकती हूं कि जंक फूड माहवारी में अनियमितता एवं बांझपन का एक महत्वपूर्ण कारण है। ऑर्थोपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ. गौरव संजय ने विश्व स्वास्थ संगठन द्वारा उठाए गए सभी कदमों का अच्छे ढंग से अध्ययन किया और बताया कि आज पूरी दुनिया चेचक, पोलियो जैसी महामारी से मुक्त हुई है तो वह विश्व स्वास्थ संगठन के सकारात्मक कार्यों से ही संभव हुआ है।


कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री सुरेंद्र मित्तल जी ने कहा कि संघ का उद्देश्य यही है कि सब सुखी हों सब निरोगी हों। डॉ. महावीर अग्रवाल, प्रति उपकुलपति, पतन्जलि योगपीठ, हरिद्वार ने कहा कि परिवारों में भजन और भोजन दिन भर में कम से कम एक बार साथ में करना चाहिए। उत्तराखंड मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. हेम चंद्र पांडे ने कहा कि हमारी सरकार के द्वारा चलाए गए कई कार्यक्रमों द्वारा आज लगभग 90 प्रतिशत प्रसव अस्पतालों में हो रहे हैं जिससे प्रसव के दौरान होने वाली मृत्यु दर में एक अतुलनीय कमी आई है।


ग्राफिक एरा, डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय, देहरादून के डॉ. अमल शंकर शुक्ल जी ने कहा कि मोटे अनाजों का महत्व इसी बात से लगाया जा सकता है कि खास त्यौहारों पर खास अन्न ही खाए जाते थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। कार्यक्रम के आयोजक डॉ. प्रतीक संजय ने आए हुए सभी अतिथियों, छात्रों एवं नागरिकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम के दौरान पार्षद श्री संजय नौटियाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री पूनम नौटियाल, श्री योगेश अग्रवाल, सोनिया, लक्ष्मी, देवेन्द्र, करिश्मा, नेहा, संतोषी, सविता, शिवानी, भारती, अंबिका आदि उपस्थित रहे।