पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद और अंत्योदय दर्शन हम सबके लिए मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत : कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

फोटो : पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

देहरादून 11 फरवरी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि को समर्पण दिवस के रूप में मनाते हुए मसूरी विधानसभा क्षेत्र के शहीद दुर्गामल मंडल द्वारा देहरादून के गढ़ी डाकरा में आयोजित गोष्ठी कार्यक्रम में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मंत्री ने दीनदयाल जी की प्रतिमा में पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन दिए।
गोष्ठी कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा पंडित दीनदयाल के आदर्शो और विचारों को आज सारा देश याद कर रहा है। उनके दिए मूल मंत्र अंत्योदय को लेकर ही भाजपा सरकार आगे बढ रही है। उन्होंने कहा समाज के अंतिम पीढ़ी के अंतिम व्यक्ति तक विकास की लहर पहुंचे उस नाते को साकार करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता धरातल पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा यही कारण है कि इस विचार के कारण भारतीय जनता पार्टी विश्व की नंबर एक पार्टी बन गई है। मंत्री जोशी ने कहा आज 18 करोड़ से अधिक सदस्य भारतीय जनता पार्टी के हैं। उन्होंने कहा आज हमारे पार्टी के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के नंबर एक नेता बन गए हैं।
मंत्री जोशी ने कहा चाहे जन धन योजना हो या प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना हो या उज्जवला योजना हो या फिर हर घर जल हर घर नल योजना हो सारी योजनाएं गरीबों को ध्यान में रख कर बनाई गई है। उन्होंने कहा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी जो विचार था उस पर भारतीय जनता पार्टी चल कर लगातार कार्य कर रही है। मंत्री जोशी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से उनके पद चिन्हों पर चलने का भी आवाहन किया। मंत्री जोशी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद और अंत्योदय दर्शन हम सबके लिए मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत हैं। उन्हीं के सिद्धांतों पर चलते हुए हम प्रदेश में अंत्योदय को साकार करने का काम कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन स्तर में सुधार करना है और दिशा में प्रदेश सरकार निरंतर कार्य कर रही है।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष ज्योति कोटिया, मंडल प्रभारी मोहित शर्मा, महामंत्री प्रभा शाह, पूनम नौटियाल, विष्णु गुप्ता, अर्जुन बसौर, मनोज क्षेत्री, राजेंद्र कौर सोंधी, बेला गुप्ता आदि उपस्थित रहे।