नशा मुक्त देवभूमि के संकल्प को साकार करने छात्रों के बीच पहुँचे पुलिस उपमहानिरीक्षक /वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून छात्र जीवन में शिक्षा को ही अपना नशा बनाने की अपील।
देहरादून, पुलिस उपमहानिरीक्षक /वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून द्वारा यूपीईएस संस्थान में जाकर नशा विशेषकर ड्रग्स के विरुद्ध upes ऑडिटोरियम में सैकड़ो छात्रों /फैकेल्टी मेंबर /मैनेजमेंट पदाधिकारियों के साथ चर्चा/ परिचर्चा की गई। इस दौरान महोदय द्वारा नशा /ड्रग्स के बारे में upes के आसपास वर्तमान में पनप रहे खराब माहौल के प्रति उपस्थित छात्रों को जागृत करते हुए नशा/ड्रग्स के दूरगामी प्रभाव के प्रति उन्हें सजग और सतर्क कर अपने जीवन मे निम्न बातों के अनुशरण करने के लिए प्रेरित किया।
1-छात्र जीवन आपके जीवन का एक डेलिकेट फेस होता है, जिसमें किसी प्रकार का नुकसान नहीं होना चाहिए। पढ़ाई के दौरान डिस्ट्रैक्ट करने वाले सभी प्रकार के एलिमेंट से बच्चो व युवाओं को दूर रहना चाहिए।
2-नशा चाहे किसी भी प्रकार का हो, विशेष रूप से ड्रग्स। वर्तमान समय में समाज को दीमक की तरह अंदर से खोखला कर रहा है, जिससे सबसे ज्यादा प्रभावित नवयुवक हैं, नशे के सेवन से जीवन मे केवल और केवल नुकसान ही होता है।
3-नशे का सेवन करने से युवाओं/ छात्रों का विवेक शून्य हो जाता हैं तथा यह शरीर पर वैज्ञानिक व मनोवैज्ञानिक दोनों तरीको से नुकसान पहुंचाता है, क्योंकि नशे की मांग व नशे के शौक को पूरा करने के लिए छात्र धनराशि एकत्रित करने के लिए आपराधिक कृत्य करने से भी परहेज नहीं करते हैं तथा अपराध के दलदल में फस जाते हैं।
इसके अतिरिक्त महोदय द्वारा Upes के आसपास जितने भी हॉस्टल/ होटल /पीजी हैं, उन्हें भी अनुशासित रहकर किसी भी स्तर से नशे से संबंधित सामग्री उपलब्ध कराने में सम्मिलित होने पर कठोर कानूनी कार्रवाई से दंडित किए जाने के संबंध में अवगत कराया गया तथा अपने होटल व आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए, जिससे हॉस्टल के आस-पास की सारी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा सके, यदि किसी के द्वारा इसमें कोई लापरवाही बरती जाती है तो संबंधित हॉस्टल/पीजी के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक /वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के द्वारा Upes के प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत कराया कि यदि कोई छात्र नशा सेवन करने में सम्मिलित पाया जाता है तो संबंधित छात्र के अभिभावकों को आवश्यक रूप से अवगत कराया जाए तथा ऐसे छात्र, जो लाइलाज नशे की लत में फंसे हैं, उनके विरुद्ध अनुकरणीय अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
साथ ही हॉस्टल, होटल के मालिकों को स्पष्ट रूप से अवगत कराया गया है कि उनकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी कि कोई भी छात्र उनके परिसर में नशे का सेवन करता हुआ न पाया जाए तथा सभी होटल, रेस्टोरेंट व ढाबा संचालक रात्रि 11:00 बजे के बाद अपना संस्थान बंद कर दे, अनावश्यक रूप से ना खोला जाए।
होटल ,ढाबों में शराब व मादक पदार्थों की बिक्री ना की जाए किसी के द्वारा भी मादक पदार्थों की बिक्री पाए जाने पर उसके विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उक्त कार्यक्रम के दौरान पर क्षेत्राधिकारी प्रेम नगर ,थाना प्रभारी प्रेम नगर व कॉलेज प्रबंधन व छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे।
अंत में सभी संभ्रांत लोगों ने आज की पुलिस की इस पहल का स्वागत किया व संपूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया।