नववर्ष से पूर्व थोड़ा सा वक्त निकाल कर बच्चों के बीच पहुंचे एसएसपी हरिद्वार
ये बात अलग है कि ग़म बहुत है ज़िंदगी में
लेकिन कोई बांटने वाला मिले तो
ग़म आधा नजर आता है
हरिद्वार,नववर्ष से पूर्व नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ कुछ पल साथ बिताने, कुछ पल साथ रहने के उद्देश्य से एसएसपी हरिद्वार श्री अजय सिंह श्यामपुर स्थित श्री राम आश्रम अनाथालय व लालढांग स्थित नेताजी सुभाष चंद्र छात्रावास पहुंचे।
“मन के सच्चे” बच्चों से अपनी पहली मुलाकात पर एसएसपी द्वारा सर्वप्रथम श्री राम अनाथालय आश्रम में करीब 50 बच्चों एवं लालढांग स्थित सुभाष चंद्र बोस छात्रावास में करीब 100 बच्चों को स्वेटर, ट्रैक सूट इत्यादि गर्म कपड़े बांटते हुए उनके साथ खुशनुमा माहौल में मौखिक एवं इशारों से बातें साझा कीं जो बच्चों के मन को भा गईं।
इस दौरान बच्चों को समोसे, लड्डू, चॉकलेट इत्यादि बांटकर जल्दी ही नन्हे-मुन्नों से घुल मिलकर उनसे गुफ़्तगू करते हुए श्री सिंह द्वारा बच्चों से उनकी कुशलता, पढ़ाई, शरीर स्वास्थ्य, किस खेल में रुचि, बड़े होकर क्या बनना चाहते हो इत्यादि के बारे में भी पूछा/जाना।
जिले के पुलिस कप्तान को अपने इतने नजदीक पाकर प्रसन्नचित्त बच्चों ने चहकते हुए कप्तान “अंकल” से बातचीत की, किसी ने कविता सुनाई, किसी ने अपने पैर में लगी चोट के बारे में बताया, किसी ने लघु कहानी सुनाई, किसी ने स्पोर्ट्स में अपने अनुभवों को साझा किया, किसी ने खुद की बनाई हुई पेंटिंग को एक किताब का रूप बनाकर दिखाया और कई बच्चों ने बड़े होकर पुलिस, आर्मी, कमांडो, डॉक्टर आदि बनकर जनता की सेवा करने की अपनी इच्छा जताई।
छोटे से लेकर बड़े बच्चों के रहन-सहन और देखरेख कर्ताओं से उनके सामने आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों को करीब से जानकर, गंभीर हुए कप्तान साहब द्वारा जहां एक और प्रबंधन कर्ताओं के इस नेक काम की सराहना की तो वहीं स्वयं के स्तर से हरसंभव मदद दिए जाने का आश्वासन भी दिया।
अंत में गहरी सुनहरी यादों को समेटकर बच्चों के बीच से विदा हुए एसएसपी “अंकल” द्वारा एक बार फिर समय निकालकर इन प्यारे नन्हें-मुन्नों के बीच पुनः आने का वादा किया