सागर / अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत नें बिजली उपभोक्ताओं के साथ हो रही विसंगतियों के विरोध में म. प्र. पूर्व क्षे. वि. वि. मं., जबलपुर के प्रबंध संचालक के नाम, संघठन के प्रान्त सचिव डॉ संदीप श्रीवास्तव के नेतृत्व में ज्ञापन दिया! शासन की ओर से डिप्टी कलेक्टर, सागर, शशि मिश्रा नें ज्ञापन स्वीकार किया!
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत नें बिजली बिलों की विसंगतियों को उजागर करते हुए एवं ग्राहक हित सुरक्षित करने के लिये निम्लिखित मांग रखी :-
1. यह कि बिना किसी जाँच के मात्र SMS के माध्यम से सभी ग्राहकों को लोड बढ़ाने का नोटिस दिया गया है। इस प्रक्रिया को आपत्ति एवं निराकरण के पश्चात ही लागू किया जावे।
2. यह कि मीटर खराब/रीडिंग न होने की स्थिति में लोड के आधार पर औसत बिल दिया जाना सही नहीं है पूर्व तीन माह की खपत के आधार पर बिल दिए जावे जैसे कि पहले दिए जाते थे।
3. यह कि ग्राहकों के मोबाईल फोन नं. की भी गोपनीयता की विशेष व्यवस्था करना होगी, अन्यथा उक्त डाटा का दुरूपयोग कर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की जा सकती है।
4. यह कि वर्तमान में डिजिटल बिलिंग सुविधा सुचारू नहीं है एवं सभी लोगों तक नहीं पहुॅच पा रही है। अतः विलम्ब शुल्क न लगाया जावे एवं ग्राहकों की जानकारी हेतु प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जावे।
5. यह कि अपरिहार्य कारणों से ग्राहकों के बिल न भरने की स्थिति में कनेक्शन विच्छेद शुल्क आगामी बिल मे जोड़ दिया जाता है, जिसकी जानकारी ग्राहकों को नहीं दी जाती। कनेक्शन का वास्तविक विच्छेद किये बिना यह शुल्क जोड़ना गलत है, इसे बंद किया जाये।
प्रान्त सचिव डॉ श्रीवास्तव नें बताया की ग्राहकों के भोलेपन का फायदा उठा कर उन्हें आर्थिक चोट पहुँचाने वालों के विरोध में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत संघर्ष करेंगी!
इस अवसर पर अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के जिलाध्यक्ष श्री श्रीराम साहू, सचिव डॉ नलिन जैन, उपाध्यक्ष डॉ नितिन जैन छात्र इकाई से श्री सुमित अठिया एवं अंकेश पटेल उपस्थित रहे!
डॉ नलिन जैन