जब तक किसान संगठित नहीं होगा तब तक उसकी कोई समस्या का समाधान भी नहीं होगा:सुकर्म पाल राणा

हरिद्वार ,देसी गायों का पूजन करके दिल्ली मैं किसान गर्जना रैली 19 दिसंबर को सफल बनाने का लिया, संकल्प भारतीय किसान संघ क हरिद्वार जनपद के जिला कार्यसमिति सदस्य मास्टर राकेश चौधरी के नेतृत्व में संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा  ने कहा कि जब तक किसान संगठित नहीं होगा तब तक उसकी कोई समस्या का समाधान भी नहीं होगा, 4 मार्च 1979  दत्तोपंत ठेंगड़ी जी  ने भारतीय किसान संघ की स्थापना कोटा राजस्थान में गैर राजनीतिक संगठन के रूप में की थी ,जिसे  43 वर्ष हो गए और 43 वर्ष का कोई नवयुवक खबर उसके अंदर अनुशासन है  राष्ट्र के प्रति प्रेम है, महान पुरुषों के प्रति श्रद्धा है  अपने भारत माता के प्रति समर्पण की भावना है ,ऐसी शक्ति परमपिता परमेश्वर द्वारा प्रदान की गई हो तो वह राष्ट्र के लिए जो चाहे सो कर सकता है  इसे भारतीय किसान संघ स्थापना दिवस से ही लगातार किसान को लाभकारी मूल्य लागत के आधार पर दिया जाए मांग करता है ,किंतु दुर्भाग्य से राष्ट्र के किसानों का कि केंद्र और प्रदेश में किसी  की भी सरकार हो अभी तक यह मांग पूरी नहीं की गई,

इसलिए समय है केंद्र और प्रदेश की सरकारी किसानों को लाभकारी मूल्य की योजना शीघ्र अति शीघ्र बनाएं ,अब 19 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला भवन  लाखों किसानों की गणना रैली होगी , इस दौरान गाय के पूजन में अनिल कुमार रावल  सुरेंद्र सिंह ,अशोक कुमार, दीपक कुमार ,रामगोपाल  नरेंद्र सिंह पहलवान ,मास्टर राकेश कुमार चौधरी ,सागर सिंह ,उमेश प्रजापति, श्रीमती वर्षा रानी , श्रीमती उषा रानी, मीनाक्षी देवी ,  राधा देवी, सुनीता देवी, रीता देवी ,बबली देवी, रोशनी देवी ,पूनम देवी सहित आदि ने विधि विधान से गौ माता को हल्दी रोली चावल का तिलक लगाकर रोटी खिलाकर पूजा की और गौमाता से अपने परिवार की खुशहाली तथा बेहद आसान बेमौसम की बारिश से की रोकथाम की कामना करते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार से तुरंत बेमौसम की बारिश से हुए फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर उसके मुआवजे की योजना बनाकर किसानों को शीघ्र मुआवजा दिया जाए ,साथ ही चीनी मिलें शीघ्र चालू की जाए और गन्ना मूल्य कम से कम ₹400 घोषित किया जाए ,

भारतीय किसान संघ उत्तराखंड, रामपुर जनपद उत्तर प्रदेश के भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष श्रीमान आदेश शंखधर जी को जान से मारने की धमकी के संबंध में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर रामपुर पुलिस को आड़े हाथों लिया और  पुलिस अधीक्षक को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की  , रामपुर पुलिस से शीघ्र से शीघ्र दोषियों को जेल भेजने की मांग की,