भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा ने जशपुर नगर के लोगों को लेकर झंडा वितरित किया

देहरादून,भारतीय किसान संघ उत्तराखंड द्वारा उधम सिंह नगर जनपद के जशपुर नगर में  झंडा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया ,जिसमें नगर संयोजक कपिल विश्वकर्मा जी के साथ संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा ने जशपुर नगर के लोगों को शुल्क लेकर झंडा वितरित किया, धर्मेंद्र कुमार जसपुर राजपाल सिंह जसपुर सुधीर कुमार ललित कुमार सुरेंद्र कुमार ग्राम गढ़ी हुसैन अतुल गहलोत जी हीरो एजेंसी मोटरसाइकिल जसपुर चेतन अग्रवाल तरुण कुमार गहलोत मनोज यादव ऋषि पाल सिंह ग्राम पतरामपुर कपिल कुमार ग्राम पतरामपुर और जयपुर विकासखंड के मंत्री मास्टर राकेश राय को झंडा वितरण किया गया राकेश राय ने अपने पांच भागों के लिए 50 झंडे खरीदे उसके बाद संगठन मंत्री उत्तराखंड श्री राणा ने जसपुर विकासखंड के देवीपुरा गांव में हल पूजन कार्यक्रम संपर्क करें जिसमें खंड के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह चौहान प्रवेंद्र कुमार विनोद कुमार को ग्राम समिति का अध्यक्ष बनाया गया सुनील कुमार को ग्राम समिति का मंत्री के अलावा रमेश चंद गणेश चंद्र मोंटी चेतन कुमार महिपाल सिंह संतोष कुमार करण सिंह सहित काफी कार्यकर्ताओं ने देशी हल ना मिलने के कारण हाथों से चलने वाला ट्रैक्टर जो खेत में जुताई का काम करता है, हलके के रूप में ही पूजन किया इस अवसर पर 1 सितंबर 1994 उत्तराखंड निर्माण के लिए जो शहीदों ने कुर्बानी दी थी और कुर्बानी के बल पर ही उत्तरांचल प्रदेश का निर्माण हुआ फुल सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देकर पुष्प अर्पित किए और फूल की प्रतिमा पर नमन किया ताकि नई पीढ़ी भी बलिदान के प्रति संकल्प ले सके समर्पण के प्रति त्याग के प्रति समाज के प्रति एकता का भाव निर्माण हो सके भारतीय किसान संघ काशीपुर को अलग जिला बनाने की जोरदार वकालत की है और कहा कि भारतीय किसान संघ के लिए आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगा क्योंकि उधम सिंह नगर बहुत लंबाई चौड़ाई वाला जिला है जिसकी लंबाई खटीमा से लेकर जयपुर तक कोई 100 किलोमीटर बैठ जाती है और जसपुर के नादेही चीनी मिल की दूरी रुद्रपुर से सैकड़ों से ज्यादा किलोमीटर बैठ जाता है जो आम लोगों के लिए बहुत जोर बैठता है इसलिए काशीपुर को जनपद मनाया जाए इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री श्री राणा ने भगवान बलराम के आदर्शों पर चलकर उनके जीवन परिचय पर प्रकाश डाला कि उन्होंने संपूर्ण जीवन किसानों के लिए व्यतीत किया बीज का आविष्कार भी बलराम जी ने ही किया था क्योंकि उन दिनों कंस के गुर्गे किसानों को परेशान करते थे और खेतों में फसल की जगह जंगल हो गए थे और बड़े-बड़े पेड़ हो गए थे कंस के गुरु के लोगों को लूट कर जंगल में घुस जाते थे भगवान बलराम जी और श्री कृष्ण भगवान ने मिलकर के आतंकवाद का सफाया किया उन लोगों को सुरक्षा प्रदान की इसलिए भगवान बलराम को शेष के नाम से भी जानते हैं शेष का अर्थ है बीज खेती जिसको आज भारतीय किसान संघ बड़े जोर शोर से गो आधारित प्राकृतिक खेती के रूप में किसानों के सामने प्रस्तुत कर रहा हूं, इस अवसर पर विधि विधान से हल्दी रोली चावल का तिलक लगाकर पुष्प और जल अर्पित किया और किसानों की खुशहाली परिवारों के स्वास्थ्य की कामना परिवार को यह दीर्घायु की ,