देहरादून, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, आयुर्वेद संकाय, मुख्य परिसर , हर्रावाला में हर वर्ष की भांति हरेला पर्व मनाया गया। प्रातः डॉक्टर डीपी पैन्यूली, प्रभारी परिसर निदेशक के द्वारा वृक्षारोपण अभियान का शुभारम्भ औषधि, सुगंधी एवं फलदार पौधे लगाकर किया गया। आसपास के क्षेत्रों में औषधि एवं सुगंधित पादप -आम, अमरूद, गुलमोहर नींम कनेर,आमला इत्यादि के पौधों द्वारा वृक्षारोपण किया गया। प्रोफेसर पैन्यूली जी ने कहा कि हरेला हमारे देवभूमि उत्तराखंड का सांस्कृतिक पर्व है जिसकी पूरे देश में एक विशिष्ट पहचान है और पर्यावरण संरक्षण में इस पर्व का अत्यधिक महत्व है। उन्होंने कहा पेड़ पौधों में जीवन होता है, इनके द्वारा फल ऑक्सीजन जड़ी-बूटी इत्यादि की प्राप्ति होती है। हमें अपने पर्यावरण एवं जैवविविधता की संरक्षा, सुरक्षा, विस्तार एवं समृद्धि के लिए प्रयास करना चाहिए।इसके लिए प्लांटेशन करना हर व्यक्ति का एक सामाजिक एवं व्यक्तिगत कर्तव्य है हमे जब भी कोई पारिवारिक मांगलिक कार्य हो तो हमें वृक्ष लगाकर परमार्थिक कार्य करना चाहिए। इस अवसर पर डा० नंदकिशोर दाधिची,डॉ० अमित तमाडडी, डॉ ०मन्नत मारवाह, डॉ०क प्रबोध एरावर, डा० पंकज भाटिया तथा अन्य वरिष्ठ शिक्षक गण, बी०ए०एम०एस० फाइनल ईयर के छात्र पंकज भारद्वाज,अखिलेश सिंह शीतल, एवं मुख्य परिसर के माली एवं कार्मिक उपस्थित रहे।
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