तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियत न पान। कहि रहिमन परकाज हित, संपति-सुचहिं सुजान।।

. तरुवर फल नहिं खात है, सरवर पियत न पान।
कहि रहिमन परकाज हित, संपति-सुचहिं सुजान।।

हरिद्वार , वैसे तो रहीम की लिखी ये पंक्तियां पुलिस के जवान से इसलिए ज्यादा मेल नही खा रहीं क्योंकि न तो वो वृक्ष है और न हीं तालाब, लेकिन ये भी बड़ी विलक्षण बात है इस खाकी की कि लगभग रोज ही किसी असहाय या लाचार की मदद का मौका खाकी से ज्यादा शायद ही किसी और को मिलता हो। किसी को भी ऐसा सुंदर मौका मिले तो अवश्य अपनी सामर्थ्यानुसार प्रयास करना चाहिए। आदमी याद न भी रखे तो क्या, ऊपर वाला तो सारा लेखा-जोखा✍️ रख रहा है।

खानपुर थाने द्वारा गाय को गोद लेना भी कुछ ऐसा ही था। वो गाय तीन अन्य गाय के साथ लावारिस हालत में मिली थी। ग्रामीण इलाके में पशु चोरी की संभावनाओं को ध्यान में रखकर ग्राम पोडोवाली के पूर्व प्रधान संजय कुमार के माध्यम से यह सूचना SO खानपुर तक पहुंची। रात ही टीम सहित मौके पर पहुंचे SO खानपुर ने जब इस मामले की खोज खबर करनी शुरु की तो जानकारी मिली की चार में से एक गाय ग्राम कलसिया के सोनू पुत्र जगराम की है।

अब SO खानपुर सोनू के घर पहुंचे तो जानकारी मिली कि यह गाय दूध नहीं देती थी और खेती-बाड़ी न होने के चलते चारे की व्यवस्था कर पाना सोनू के लिए संभव नही हो पा रहा था जिसके चलते गाय के न मिल पाने पर उसने न खोजबीन की और न ही इस संबंध में कहीं सूचना दी।

जनपद में विभिन्न स्थानों पर तैनाती के दौरान जनहित के कार्यों के लिए पहले भी चर्चा बटोर चुके SO खानपुर अरविन्द रतूड़ी ने अपने मातहतों के साथ चर्चा उपरांत फैसला लिया कि जब तक यह गाय पूरी तरह से ठीक होकर दोबारा से दूध नही देने लगती तब तक उस गाय के चारे समेत अन्य समस्त खर्चे थाना खानपुर पुलिस वहन करेगी।

SO खानपुर द्वारा तत्काल मौके पर ही सोनू को प्रारंभिक रूप में चारे हेतु कुछ प्रोत्साहन राशि देते हुए हिदायत दी कि का ठीक प्रकार से पालन पोषण करें। शेष तीन लावारिस  के मालिकों का पता न लगने पर उन्हें अच्छे लालन-पालन हेतु झीव्वरेहढ़ी, थाना भगवानपुर स्थित माधव गौशाला भिजवाया। जहां वे पूरी तरह सुरक्षित एवं समय पर चारा खा रही हैं।

पोस्ट का मकसद प्रशंसा पाना नही अपितु समाज को यह संदेश देना है कि जीवन में अगर किसी बेबस की भलाई का मौका मिले और ऊपर वाले ने आपको “सामर्थ्यवान” भी बनाया है तो चूको मत। हमारी एक छोटी सी मदद  कभी-कभी किसी के जीवन की “दशा और दिशा”, दोनों बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है:)