उत्तराखंड को लगेंगे पंख, पलायन घटेगा, पर्यटन बढ़ेगा और सब लौंट कर घर आयेंगे – स्वामी चिदानन्द सरस्वती

वेदालाइफ निरामयम् उद्घाटन समारोह
 उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय महंत योगी आदित्यनाथ जी,योगगुरू स्वामी रामदेव जी, स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और आचार्य बालकृष्ण जी  ने किया उद्घाटन 
 
उत्तराखंड की धरती पर महंत योगी आदित्यनाथ जी का अभिनन्दन
योगगुरू स्वामी रामदेव  जी,  स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी   और आचार्य बालकृष्ण जी  ने रूद्राक्ष का पौधा देकर किया अभिनन्दन
 
उत्तराखंड को लगेंगे पंख, पलायन घटेगा, पर्यटन बढ़ेगा और सब लौंट कर घर आयेंगे
स्वामी चिदानन्द सरस्वती
 

ऋषिकेश, 4 मई। पतंजलि वेलनेस की योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक की इंटिग्रेटेड थेरेपी के अत्याधुनिक केन्द्र वेदालाइफ-निरामयम् का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश महंत श्री योगी आदित्यनाथ जी के कर कमलों से संपन्न हुआ। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और योगगुरू स्वामी रामदेव जी, आचार्य बालकृष्ण जी का पावन सान्निध्य प्राप्त हुआ।
योगगुरू स्वामी रामदेव जी और स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय महंत योगी आदित्यनाथ जी का उत्तराखंड की पावन धरती पर रूद्राक्ष का पौधा देकर अभिनन्दन किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने रूद्राक्ष का पौधा देते हुये राज्य के हरित और सतत विकास के विषय में चर्चा करते हुये कहा कि वर्तमान समय में हरित प्रोत्साहन के लिये कुछ नवोन्मेषी और वहनीय उपाय करने की जरूरत है ताकि स्वच्छ एवं हरित विकास को बढ़ावा मिले।
वेदालाइफ-निरामयम् का उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश महंत श्री योगी आदित्यनाथ जी और स्वामी रामदेव जी ने अद्भुत संदेश दिये और बताया की आने वाले समय में यह प्रोजेक्ट एक माडॅल बन कर उभरेगा।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि उत्तराखंड को लगेंगे पंख, पलायन घटेगा, पर्यटन बढ़ेगा और सब लौंट कर घर आयेंगे व अपनी जमीन, अपनी धरती को फिर से संजायेंगे। क्या नहीं है उत्तराखंड के पास, सब तो हैं, बस हम सब को जुट जाना है। जवानी जुटेगी तो जवानी भी बचेगी और पानी भी बचेगा और पूरा विश्व खिचता चला आयेगा उत्तराखंड की ओर। स्वामी जी ने कहा कि उत्तराखंड स्वर्ग है दिव्यता और भव्यता का संगम है।
आचार्य बालकृष्ण जी ने माननीय योगी जी का अभिनन्दन करते हुये कहा कि उत्तरप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश को दिशा देने तथा जवानों में नयी ऊर्जा भरने के लिये उन्हें साधुवाद दिया।
स्वामी जी ने कहा कि हमें वर्तमान पीढ़ी को प्राकृतिक संसाधनों के सुरक्षित उपयोग, एवं उपभोग के लिये प्रशिक्षित करना होगा। हमें विकास पर्यावरणीय क्षति की कीमत नहीं बल्कि संरक्षण के अधार पर करना होगा।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने माननीय महंत योगी जी, स्वामी रामदेव जी और आचार्य बालकृष्ण जी को परमार्थ गंगा आरती में सहभाग हेतु आमंत्रित किया।
इस अवसर पर यमकेश्वर ब्लाक की विधायक श्रीमती रेणु बिष्ट ने भी उपस्थित थी।