इंडो-जर्मन साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (आईजीएसटीसी) ने टाटा स्टील के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए साथ ही वैज्ञानिक सहयोग और साझेदारी के लिए बीएएसएफ के साथ आशयपत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए
टाटा स्टील लिमिटेड के साथ आईजीएसटीसी समझौता ज्ञापन। बीएएसएफ केमिकल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (बीएएसएफ) के साथ आईजीएसटीसी का आशय पत्र (एलओआई) सार्वजनिक –निजी भागीदारी (पीपीपी) प्रारूप में औद्योगिक अनुसंधान साझेदारी सहित इंडो – जर्मन आर एंड डी नेटवर्किंग के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाले नवाचारों को बढ़ावा देगा। वैज्ञानिक सहयोग से प्राप्त होने वाले पारस्परिक लाभों को स्वीकार करते हुए बीएएसएफ संयुक्त रूप से जर्मनी में बीएएसएफ सुविधाओं में एक्सपोजर की सुविधा प्रदान करके युवा भारतीय शोधकर्ताओं की क्षमता निर्माण को प्रोत्साहित करने और और उन्हें सक्षम बनाने के लिए औद्योगिक फैलोशिप और पोस्ट-डॉक्टरल फैलोशिप शोध कायों (पीएचडी) की श्रेणियों के तहत आईजीएसटीसी की औद्योगिक फैलोशिप का समर्थन करेगा।
बीएएसएफ के साथ आईजीएसटीसी आशय पत्र (एलओआई) टाटा स्टील लिमिटेड और बीएएसएफ के साथ आईजीएसटीसी के समझौता ज्ञापन और आशय पत्र (एलओआई) समझौतों पर विगत 21 मार्च, 2022 को गणमान्य व्यक्तियों – श्री एसके वार्ष्णेय, प्रमुख, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, डीएसटी और भारतीय सह-अध्यक्ष आईजीएसटीसी शासी निकाय, डॉ स्टीफन नॉर्बर्ट कोच मंत्री और आर्थिक विभाग के प्रमुख, जर्मन दूतावास डॉ देबाशीष भट्टाचार्जी, उपाध्यक्ष प्रौद्योगिकी और नई सामग्री व्यवसाय, टाटा स्टील लिमिटेड, श्री कामेश गुप्ता, प्रमुख – ग्राफीन व्यवसाय, नवाचार, और नवाचार, प्रौद्योगिकी और नई सामग्री व्यवसाय, टाटा स्टील लिमिटेड और डॉ. डाइटमार ह्यूग्लिन, निदेशक बीएएसएफ इनोवेशन कैंपस मुंबई तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ( डीएसटी ) एवं इंडो – जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स के अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए थे।