लता जी की सुरीली आवाज़ पूरी दुनिया के लिए एक अमूल्य उपहार स्वामी चिदानन्द सरस्वती

अलविदा लता जी
भारत रत्न, स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी को भावभीनी श्रद्धाजंलि
आज माँ सरस्वती के एक अमूल्य वरदान ने भारत से अलविदा ली
लता जी की सुरीली आवाज़ पूरी दुनिया के लिए एक अमूल्य उपहार
स्वामी चिदानन्द सरस्वती

ऋषिकेश, । महान पाश्र्वगायिका और स्वर साम्राज्ञी, भारत रत्न लता मंगेशकर जी को परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि लता जी का गोलोक गमन पूरे भारत के लिये दिल दहलाने वाली खबर है। लता जी आप हमेशा हम सभी भारतीयों के दिलों में रहेंगी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि लता मंगेशकर जी भारत के लिये मां सरस्वती जी का अमूल्य वरदान थीं।  आज का दिन पूरे भारत के लिये वेदना का समय है क्योंकि एक महान गायिका और भारतीय संगीत की अमूल्य निधि ने शांतिपूर्वक दूसरी दुनिया में प्रवेश कर लिया है। लता जी ने भारत ही नहीं पूरी दुनिया को जो अमूल्य संगीत दिया है उसके लिए हम सभी भारतीयों की ओर से   कृतज्ञता के साथ विनम्र नमन। उन्होंने अपने संगीत के माध्यम से हर दिल को गहराई से छुआ और हर  दिल को शान्ति से भर दिया है।
स्वामी जी ने कहा कि लता जी की सुरीली आवाज़ पूरी दुनिया के लिए एक उपहार है। उन्होंने अपने संगीत के माध्यम से देशभक्ति, प्रेम, करुणा, नम्रता और सादगी का संचार हर दिल में किया है। लता जी शांति, देशभक्ति, मिठास, प्रेम और करुणा की प्रतिमूर्ति थी।
परमार्थ परिवार आपको अनंत कृतज्ञता और प्रेम के साथ नमन करता है। आपकी गोलोक गमन यात्रा शान्तिपूर्ण हो और आपके संगीत की रौशनी यूँ ही चमकती रहे ! माँ गंगा आपको अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें और आपकी दिव्य आत्मा को शांति प्राप्त हो, आपकी मधुर आवाज हमेशा हमारे साथ रहेगी। ऊँ शान्ति!