पुलिस का गौचर मेले में अनूठा पहलू: जनता के बीच दोस्ताना व्यवहार

चमोली -पुलिस का गौचर मेले में अनूठा पहलू: जनता के बीच दोस्ताना व्यवहार, हाल ही में संपन्न हुए गौचर मेले में पुलिस का एक स्टॉल विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। मेले के दौरान पुलिसकर्मी गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश में लगे हुए थे, तभी उनकी नजर एक सात माह के बच्चे हाविन पर पड़ी। हाविन अपनी मां के साथ स्टॉल के पास खेल रहा था। गौचर मेले में पुलिस का स्टॉल लगाना, सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं था, बल्कि यह एक सराहनीय पहल थी जिसने मेले में गुमशुदा व्यक्तियों की खोज के साथ-साथ पुलिस और जनता के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने का काम किया।
बच्चे की मासूमियत और खुशी ने वहां उपस्थित पुलिसकर्मियों का ध्यान आकर्षित किया। बच्चे के चेहरे पर एक चमक थी, जो यह दिखा रही थी कि कैसे एक सुरक्षित वातावरण में बच्चे खेलते हैं । हाविन की माँ ने बताया कि वे मेले में आए थे, और जब उन्होंने पुलिस के स्टॉल पर देखा, तो उनका मन भी वहां रुक गया।
जनता और पुलिस के बीच सही संबंध
हाविन का खेलना दर्शाता है कि पुलिस और जनता के बीच संबंध कितना महत्वपूर्ण है। जहां एक तरफ पुलिस गुमशुदा व्यक्तियों की खोज में लगी हुई थी, वहीं दूसरी तरफ वहां मौजूद बच्चे और उनके परिवार मेले का आनंद ले रहे थे। यह दर्शाता है कि पुलिस केवल डर और भय का प्रतीक नहीं है, बल्कि समाज के लिए एक सुरक्षा कवच और सहयोगी भी है।