गौचर मेला, एक ऐसा स्थल जहाँ हर वर्ष हजारों की संख्या में लोग सांस्कृतिक उत्सवों में भाग लेने आते हैं, आज मेले के दौरान 5 वर्षीय राधा, जो कि देवराडा थराली की निवासी है, मेले के दौरान अचानक खो गई थी।
राधा के खो जाने के बाद उसकी मां कोमल ने उसे ढूंढने की कोशिश की। मेले में आए लोगों में से कोई भी उसकी मदद करने को तैयार नहीं था, जिससे कोमल की चिंता बढ़ती जा रही थी। इसी बीच, खोया पाया केन्द्र में तैनात म0कां0 प्रीति ने इस घटना को गंभीरता से लिया। प्रीति ने राधा की खोजबीन शुरू की और उसकी पहचान के लिए मेले के चारों ओर पूछताछ करना प्रारंभ किया।
प्रीति ने राधा का विवरण नोट किया और मेले में मौजूद सभी लोगों को सूचित किया। उसके द्वारा किए गए प्रयासों का फल तब मिला जब कुछ ही घंटों में राधा को पास के एक खाद्य स्टॉल के पास खेलते हुए पाया गया। राधा के चेहरे पर शांति थी, लेकिन वह अपनी मां को देखना चाहती थी।
जब प्रीति राधा को लेकर कोमल के पास पहुँची, तो एक भावुक दृश्य रचा गया। राधा ने अपनी मां को गले लगाया और दोनों के आँसू खुशी से भर गए। कोमल ने खोया पाया केन्द्र की सभी टीम, विशेष रूप से प्रीति का दिल से धन्यवाद किया।