प्रदीप कुमार
रूद्रप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल।मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मानसून सत्र में डेंगू रोकथाम सहित जलजनित रोगों से बचाव व प्रत्येक गर्भवतियों का संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने को लेकर आशा कार्यकत्रियों को विशेष ऐहतियात बरतने के निर्देश देेते हुए इस बाबत कोताही बरते जाने का मामला सामने आने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी है।
आशा कार्यक्रम की समीक्षा के तहत शुक्रवार को जखोली ब्लाक की आशा कार्यकत्रियों की बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एच.सी.एस. मर्तोलिया द्वारा मानसून के मद्देनजर आशा कार्यकत्रियों को स्वास्थ्य से जुड़े मसलों पर अतिरिक्त सर्तकता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान मार्ग बाधित होने की आशंका के दृष्टिगत गर्भवती महिलाओं को संभावित प्रसव तिथि के एक सप्ताह पूर्व निकटवती चिकित्सालय में भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आशा कार्यकत्री के कार्यों का मासिक आधार पर मूल्यांकन कर सूची तैयार की जाएगी। कहा कि निर्धारित कार्य मानकों पर संतोषजनक प्रदर्शन न पाए जाने पर संबंधित आशा कार्यकत्री के साथ-साथ उस क्षेत्र की आशा फेसिलिटेटर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.आशुतोष द्वारा बैठक में उपस्थित आशा कार्यकत्रियों को ससमय रिपोर्ट प्रेषित करने,ब्लाक स्तर पर होने वाली बैठकों में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने,अपने क्षेत्र में समय पर टीकाकरण कराने के लिए जनमानस को प्रेरित करने के निर्देश दिए।जिला सर्विलांस अधिकारी आईडीएसपी डा.कुणाल द्वारा डेंगू रोकथाम व जलजनित रोगों से बचाव के लिए नियमित गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मानसून में डेंगू की आशंका के दृष्टिगत हाउस सर्वे/सोर्स रिडक्शन की गतिविधि को माह में दो बार से बढाकर चार बार करने व आईडीएसपी के तहत होने वाली रिर्पोटिंग का निर्धारित प्रारूप में प्रेषण करने को निर्देशित किया। इस मौके पर डीसीएम आशा कार्यक्रम हेमलता गैरोला मौजूद रहीं।