एआरटी केन्द्रों में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों को निःशुल्क दवाईंयां, नियमित जांच की सुविधा, परामर्श एवं अन्य सुविधाएं प्राप्त होगी-स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार

देहरादून-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देश अनुसार स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि अल्मोड़ा, टनकपुर, श्रीनगर और कर्णप्रयाग में एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर, जनपद पौड़ी गढ़वाल एवं उप जिला चिकित्सालय, कर्णप्रयाग, जनपद चमोली में एआरटी सेंटर की स्थापना कर कार्यशील कर दिया गया है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज, श्रीनगर में लगभग 200 मरीज एवं उप जिला चिकित्सालय, कर्णप्रयाग (चमोली) में लगभग 150 मरीज एआरटी आरम्भ होने से लाभान्वित होंगे। एआरटी केन्द्रों में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों को निःशुल्क दवाईंयां, नियमित जांच की सुविधा, परामर्श एवं अन्य सुविधाएं प्राप्त होगी।
इससे पूर्व स्वास्थ्य सचिव ने उप जिला चिकित्सालय टनकपुर के निरीक्षण के दौरान आदेश दिये थे कि एआरटी को स्थानीय अस्पताल से लिंक किया जाए। इसके तहत विभाग ने सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली है। टनकपुर में एआरटी सेंटर बनने के बाद अब यहां के मरीजों को हल्द्वानी नहीं जाना होगा और उन्हें यहीं दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी। यहां सभी एचआईवी पॉजिटिव मरीजों को निःशुल्क दवाएं मिलती हैं।
जनपद अल्मोड़ा में स्थापित सोबन सिंह जीना मेडिकल कॉलेज में भी स्वास्थ्य सचिव के आदेशानुसार शीध्र ही एआरटी केन्द्र की स्थापना से लगभग 300 व्यक्तियों को एआरटी की सुविधा प्राप्त हो सकेंगी। वर्तमान में जनपद अल्मोड़ा के लगभग 300 मरीजों को दवा लेने सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी में स्थित एआरटी केन्द्र में जाना पड़ता था जो अब उनको उनके निवास स्थान पर ही उपलब्ध होगी।