संत निरंकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज का समर्पण दिवस बड़ी धूमधाम से श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया

प्रदीप कुमार

श्रीनगर गढ़वाल। आज पूरे विश्व में निरंकारी मिशन के अनुयायियों ने सतगुरु बाबा हरदेव सिंह महाराज का समर्पण दिवस श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया। इस अवसर पर निरंकारी मिशन की ब्रांच श्रीनगर गढ़वाल के निरंकारी सत्संग भवन में भी इस पावन पर्व को मनाया गया। पूरे सत्संग में सभी का ध्यान सतगुरु बाबा के समर्पण भरे सफर की ओर रहा और ब्रांच के शिक्षक नरेंद्र सिंह नेगी ने सतगुरु बाबा हरदेव सिंह महाराज की शिक्षाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि बाबा जी ने सदैव प्रेम,भक्ति,क्षमा और मानवता का संदेश दिया। उन्होंने सिखाया कि हमें सदैव ईश्वर की भक्ति करनी चाहिए,सभी के प्रति प्रेम रखना चाहिए,और क्षमा को जीवन का आधार बनाना चाहिए।
इसके बाद मुख्य वक्ता के रूप ब्रांच के संयोजक हरी लाल शाह ने बाबा जी के योगदान को समाज के लिए अमूल्य बताया और कहा कि उन्होंने मानवता को एक नया रास्ता दिखाया। उन्होंने निरंकारी भक्तों और जिज्ञासु भक्तों से आग्रह किया कि वे बाबा जी की शिक्षाओं को अपने जीवन में उतारें और क्षमा को जीवन का आधार बनाकर समाज में प्रेम और भाईचारा स्थापित करें और अंत सभी के लिए लंगर प्रसाद की व्यवस्था भी की गई थी और उससे पहले अनेकों वक्ताओं ने प्रसाद की महता पे प्रकाश डाला जिसमें ब्रांच के संचालक रजनू लाल ने लंगर प्रसाद की महिमा पर अपने विचार व्यक्त किए और बताया कि किस प्रकार लंगर में सभी मिल-जुलकर बैठकर प्रसाद ग्रहण करते हैं,जिससे भाईचारा और समानता का भाव बढ़ता है।कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं में जिनमें के.एन.पोखरियाल,भगत निरंकारी,विभा भट्ट,अनीता भण्डारी,प्रांजल भण्डारी और डॉ.अजीत कुमार ने अपने विचार व्यक्त किए और उपस्थित सभी भक्तों ने बाबा जी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
सतगुरु बाबा हरदेव सिंह महाराज निरंकारी मिशन के चौथे गुरु थे। उन्होंने 36 वर्षों तक निरंकारी मिशन का नेतृत्व किया और मानवता को प्रेम,भक्ति,क्षमा और समानता का संदेश दिया। उनका समर्पण दिवस निरंकारी भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है,जब वे बाबा जी की शिक्षाओं को याद करते हैं और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं।